राम मंदिर को लेकर जनता को बना रही है मूर्ख केंद्र सरकार
हरिद्वार। एक प्रतिष्ठित हिंदू महंत ने मंगलवार को आरोप लगाया कि केंद्र सरकार अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण को लेकर जनता को मूर्ख बना रही है और कहा कि केंद्र ने राम जन्मभूमि के निर्माण के बजाय कहीं और मंदिर बनाने का फैसला कर लिया है। शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने पत्रकारों से कहा कि केंद्र ने यह कहते हुए उच्चतम न्यायालय में हलफनामा दायर किया कि वह अयोध्या में विवादित भूमि के आसपास अधिग्रहित की गई 67 एकड़ भूमि मूल मालिकों को लौटा देगी। उन्होंने कहा कि यहां तक कि उसने अयोध्या में राम के जन्म वाले असली स्थान के बजाय कहीं और राम मंदिर बनाने का मन बना लिया है।उन्होंने कहा कि अयोध्या में भव्य मंदिर बनाने के उसके सभी दावे जनता को मूर्ख बनाने के लिए उसकी आंखों में धूल झोंकने जैसे हैं। पश्चिम बंगाल में जय श्री राम के नारों पर तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी की आक्रोशित प्रतिक्रिया पर स्वरूपानंद ने कहा कि इसे राम के खिलाफ ममता के विरोध के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। द्वारका पीठ के शंकराचार्य ने कहा कि वह राम का विरोध नहीं कर रहीं बल्कि भाजपा का विरोध कर रही हैं। वह पूरी तरह से राजनीतिक वजहों से ऐसा कर रही हैं। जम्मू कश्मीर पर महंत ने कहा कि अगर अनुच्छेद 370 हट जाता है और राज्य से बाहर निकाल दिए गए कश्मीरी पंडित वहां फिर से बस जाते हैं तो राज्य में निश्चित तौर पर शांति लौटेगी। मैं आशावादी हूं और जो भी यह करेगा उसे हमारा पूरा सहयोग मिलेगा। हमारी किसी से कोई रंजिश नहीं है।