रायपुर पुलिस ने दबोचे फर्जी सीबीआई ऑफिसर
देहरादून, । दून पुलिस का आपरेशन प्रहार, बॉलीवुड फिल्म स्पेशल छब्बीस की तर्ज पर नकली सीबीआई अधिकारी बनकर लूट करने वाले गिरोह का दून पुलिस ने पर्दाफाश किया है। अपराध में सम्मिलित तीन व्यक्तियों को रायपुर पुलिस व एसओजी की संयुक्त टीम ने गिरफ्तार किया है। आरोपियों के कब्जे से लूटी गयी 2 लाख रूपये नगद, 6 मंहगे मोबाइल फोन, 02 लैपटाप, एक टैब, महत्वपूर्ण रजिस्टर, घटना में प्रयुक्त कार, नकली पिस्टल, वाकी टाकी को किया बरामद। वादी अमित कुमार ने थाना रायपुर में एक प्रार्थना पत्र दिया तथा पूछने पर बताया कि गत 28 अगस्त तीन व्यक्ति उनके फ्लैट में आये। फ्लैट में वादी सहित उनका एक कर्मचारी मुकुल त्यागी व उसकी एक महिला मित्र मौजूद थी। तीनों व्यक्तियों ने मास्क पहन रखे थे। जिनमें से 2 व्यक्तियों के पास पिस्टल व 2 वाकी टाकी थे। जिन्होंने पिस्टल दिखाकर झूठी वीडियो बनायी तथा कमरे में रखी नगदी, 2 लैपटाप, 6 मोबाइल फोन व अन्य सामान ले लिया। जिन्होंने महिला को छोड दिया तथा वादी व मुकुल त्यागी को वादी की ही कार एक्स यूवी 300 में बैठाकर प्रूडैन्ट ट्रैडिंग एकेडमी 17 न्यू सर्वे रोड रोजगार तिराहा लेकर आये तथा एकेडमी में तलाशी लेकर वादी व मुकुल त्यागी को वादी की ही गाडी में बैठाकर देहरादून में घूमाते रहे तथा पैसे की मांग करने लगे जिस पर वादी के ने अपने परिजनों से फोन से बात कर रूपये मांगे। मौका देखकर वादी मौहेब्बेवाला के पास गाडी से उतरकर भाग गया तथा तीनों व्यक्ति मुकुल त्यागी को लेकर डांट काली मन्दिर पहुंचे जहां पर मुकुल त्यागी और कार को छोडकर तीनों भाग गये।
थानाध्यक्ष रायपुर कुन्दन राम के नेतृत्व में गठित टीम ने आरोपियों गणों की गिरफ्तारी व माल की बरामदगी के लिए जनपद सहारनपुर, करनाल हरियाणा व विभिन्न जनपदों व राज्यों में दबिश के लिए रवाना हुई। वरिष्ठ उपनिरीक्षक नवीन जोशी के नेतृत्व में गठित पुलिस टीम ने वादी व मुकुल त्यागी के साथ-साथ उनके जानने वालों से पूछताछ कर सम्भावित संदिग्धों को चिन्हित करने की कार्यवाही की गयी। एसओजी टीम ने संदिग्ध व्यक्तियों को चिन्हित कर सर्विलांस के माध्यम से उनकी जानकारी प्राप्त की गयी व एसओजी की एक टीम हरियाणा रवाना हुई। एसआई राजेश असवाल चौकी प्रभारी के नेतृत्व में गठित पुलिस टीम द्वारा घटना से पूर्व व घटना के पश्चात घटनास्थल के आस-पास लगे सीसीटीवी फुटैज को चौक किया गया। पुलिस टीम ने घटनास्थल के आस-पास लगे सीसीटीवी कैमरों व घटनास्थल से एकेडमी तक आने जाने वाले मार्गों व वादी द्वारा बताये गये स्थानों पर लगे सीसीटीवी कैमरों का अवलोकन किया गया तो वादी के वाहन ग्न्ट के साथ साथ एक संदिग्ध वाहन एक्सयूवी सफेद रंग चलता दिखायी दिया। गहनता से अवलोकन पर पाया कि संदिग्ध वाहन एक्सयूवी 300 यूके 07 एफके 9398 का नम्बर प्रकाश में आया तथा घटना में फ्लैट में तीन व्यक्तियों के आने व जाने की फुटैज प्राप्त हुई। घटना में कुल 4 व्यक्तियों की सम्मिलित होना पाया गया। वाहन का रजिस्ट्रेशन आशीष कुमार पुत्र वेदप्रकाश निवासी ग्राम बंजारन नुकुड सहारनपुर के नाम पंजीकृत होना पाया गया। पुलिस टीम ने आशीष कुमार उपरोक्त के पते पर दबिश दी गयी तो आशीष कुमार अपने घर से लगातार फरार चल रहा था व मोबाइन नम्बर लगातार स्विच आफ आ रहा था। थानाध्यक्ष कुन्दन राम, चौकी प्रभारी मयूर विहार सहित पुलिस टीम के नकुड सहारनपुर क्षेत्र में पहुंचकर आरोपियो की गिरफ्तारी के लिए विभिन्न स्थानों पर दबिश दी गयी व गिरफ्तारी व माल की बरामदगी के लिए भरसक प्रयास किये गये। पुलिस ने लगातार किये गये प्रयासों के परिणाम स्वरूप घटना में सम्मिलित आरोपियों आशीष, सोनू व सुमित कुमार को मय घटना में प्रयुक्त वाहन एक्सयूवी 300 यूके 07 एफके 9398 के नकुड-गंगोह रोड जैनपुर गांव से गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की गयी।