दो दिन की बारिश से दिल्ली में 8 डिग्री गिरा तापमान, फसलों को नुकसान
नई दिल्ली । उत्तर भारत के कई राज्यों में दो दिन से हो रही बरसात से तापमान में भारी गिरावट आई है। 10 सालों के दौरान दूसरी बार सितम्बर में इतनी ज्यादा बारिश हुई है। मौसम विभाग ने रविवार को मौसम साफ होने की संभावना जताई है। इससे पहले 10 सितंबर 2009 में 93.8 मि.मी. बारिश हुई थी।
राजधानी में 77.8 मिमी बारिश दर्ज की गई। बारिश से अधिकतम तापमान सामान्य से आठ डिग्री गिरकर 26.2 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। मौसम विज्ञानियों के अनुसार जम्मू कश्मीर की तरफ पश्चिमी विक्षोभ का बनना इस बारिश का बड़ा कारण रहा।
बारिश के कारण धान की अगेती फसल को नुकसान हुआ है। हरियाणा और पंजाब में खेत से लेकर मंडी तक धान की फसल भीग गई। बारिश के कारण करनाल में रविवार से शुरू होने वाले खेल महाकुंभ को तीन दिन आगे खिसका दिया गया है, वहीं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह का रेवाड़ी दौरा भी रद हो गया।
उत्तराखंड में दिनभर बारिश होती रही। खराब मौसम के कारण राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के बदरीनाथ-केदारनाथ जाने पर संशय बना हुआ है। बारिश और भूस्खलन से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के अलावा कुमाऊं में पिथौरागढ़ की पहाडि़यों पर बर्फबारी हुई। मलबा आने से बदरीनाथ के पास लामबगड़ में हाईवे बंद हो गया है, जबकि नैनीताल में भूस्खलन की चपेट में आने से मंदिर ध्वस्त हो गया।
हिमाचल की राजधानी शिमला में सितंबर में बारिश का पांच साल का रिकॉर्ड टूट गया है। तापमान 11 डिसे. तक गिर गया। शनिवार को बारालाचा और रोहतांग दर्रे में भी हल्का हिमपात हुआ। भारी बारिश से कई जगह मार्ग भी अवरुद्ध हुए हैं।