अभद्र टिप्पणियों पर पूर्व सीएम हरीश रावत की चुप्पी को लेकर उनकी उत्तराखंडीयत पर सवाल खड़ा किया
देहरादून, । भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता बिपिन कैंथोला ने कांग्रेस नेताओं की अभद्र टिप्पणियों पर पूर्व सीएम हरीश रावत की चुप्पी को लेकर उनकी उत्तराखंडीयत पर सवाल खड़ा किया है। कैंथोला ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा व मनीष खण्डूड़ी की अभद्र टिप्पणी पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को निशाने पर लेते हुए कहा, हरदा केवल उत्तराखंड में सोशल मीडिया की चर्चा बने रहने के लिए उत्तराखण्डियत की बात करते हैं। ये वो नेता है जो अपनी राजनीतिक स्टन्ट बाजी व पैतरेबाजी के लिए ही उत्तराखण्डियत की बात करते है । लेकिन जब उनकी पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष गढ़वाल छेत्र के निवासियों के लिए अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते है, ओर उनकी ही पार्टी के नेता मनीष खंडूरी गढ़वाल और उत्तराखंड पर थूकने की बात करते है यही रावत जी मोनी बाबा का लबादा ओढ़कर हरिद्वार में धरना धरना खेलने चले जाते है । उन्होंने कहा कि विभिन्न विषयों यहाँ तक अपने पारिवारिक बाते भी सोशल मीडिया में डालने वाले हरदा की लेखनी अपने इन नेताओं के गंदे कुँत्सित शब्दों पर क्यों बन्द हो गई है। कैंथोला ने सलाह देते हुए कहा कि रावत को अब ये झूठी व प्रपंच वाली तथाकथित उत्तराखण्डियत की बातें बन्द कर देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि रावत को ये समझना चाहिए कि उत्तराखण्डियत केवल सोशल मीडिया पर बयानबाजी के लिए नही है। उनका इस गंभीर विषय पर रुख साबित करता है कि वे मात्र केवल राजनैतिक स्टन्ट के लिए ही उत्तराखण्डियत की तथाकथित व खोखले बयान देने में माहिर है। उनको उत्तराखण्डियत के जज्बे व उसकी पहचान व प्रतिष्ठा व सम्मान से कोई मतलब नहीं है । उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि फेसबुक में लाइव करके उत्तराखंड की चीजों के बारे में बताने से या उत्तराखंड के पहाड़ो की फोटो डालने से ही उत्तराखण्डी की पहचान नहीं बनने वाली है। उन्होंने कहा, इस चुप्पी से उत्तराखंड और गढ़वाल की जनता के आगे हरीश रावत और काग्रेस पार्टी का दोगला चेहरा जनता के आगे बेनकाब हुआ है कैंथोला ने कटाक्ष करते हुए कहा कि हरदा तो इतना भी भूल गए कि उत्तराखण्ड मेरी मातृ भूमि मातृ भूमि मेरी पित्र भूमि ए भूमि तेरी जय जयकार मेरा हिमालय।