प्रदेश में ईगास पर्व पर की सार्वजनिक अवकाश की घोषणा
देहरादून । मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी, बृहस्पतिवार को जनपद हरिद्वार के गैंडीखाता क्षेत्र स्थित बसोचन्दपुर में श्री कृष्णायन देशी गोरक्षाशाला में आयोजित गोपाष्टमी महोत्सव में शामिल हुये। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने विकासखण्ड बहादराबाद के विभिन्न ग्रामों के लिए जल जीवन मिशन कार्यक्रम के अन्तर्गत ग्राम गैण्डीखाता में 2.39 करोड़, ग्राम कांगड़ी में 2 करोड़, ग्राम लहाड़पुर में 97 लाख, ग्राम लालढांग में 4.40 करोड़, ग्राम सज्जनपुर पीली में 1.75 करोड़, ग्राम श्यामपुर नौआबाद में 1.71 करोड़, ग्राम नौरंगाबाद में 2 करोड़, ग्राम अहमदपुर चिड़ियापुर में 1.33 करोड़, ग्राम रसूलपुर मिट्ठीबेरी में 3.29 करोड़, ग्राम गाजीवाली में 2.80 करोड़, ग्राम तपड़ोवाली (गुज्जर बस्ती) में 4.37 करोड़, ग्राम जसपुर चमरिया में 2.22 करोड़, ग्राम समसपुर कटेबड़ में 96.02 लाख, ग्राम पीली पड़ाव में 2.84 करोड़ की पम्पिंग पेयजल योजनाओं के निर्माण निर्माण कार्यों का शिलान्यास किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि कृष्णायन गौशाला को जोड़ने वाली सड़क का निर्माण कराया जाएगा तथा तटबन्ध भी बनाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि कृष्णायन गौशाला के लिए जो जमीन देनी शेष है वह भी जल्द ही आवंटित कर दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने 14 नवम्बर को इगास पर्व के अवसर पर सार्वजनिक अवकाश की भी घोषणा की। प्रदेशवासियों को गोपाष्टमी की बधाई व शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह हमारी संस्कृति की पहचान है। उन्होंने गोपाष्टमी के अवसर पर गौमाता की रक्षा का संकल्प लेने का आह्वान किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि गाय से मिलने वाली हर चीज हमारे लिए उपयोगी है। गाय का दूध स्वास्थ्य व पाचन के लिए सर्वोत्तम है। मुख्यमंत्री ने दुःख व्यक्त करते हुए कहा कि कुछ लोग, गाय जब तक दूध देती है, तब तक तो उसका भरण पोषण करते हैं, लेकिन जब वह दूध देना बन्द कर देती है, तब उसको निःसहाय छोड़ देते है, जिसके कारण वह इधर-उधर भटकते हुए प्लास्टिक कचरा आदि खा लेती है, जिससे उसके स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है और कभी-कभी इससे उसकी मृत्यु तक हो जाती है। श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के हर शहर में गौशालाएं बनाने का काम तेज गति से करेगी। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने गौशाला का अवलोकन किया तथा गौमाताओं की पूजा-अर्चना की तथा आशीर्वाद लिया। उन्होंने गौशाला में गौमाताओं को गुड़ का प्रसाद भी खिलाया। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने अपने चार माह के मुख्यमंत्री कार्यकाल में 400 से अधिक निर्णय लिये हैं। उन्होंने कहा कि वे कोई भी फैसला बिना किसी आधार के नहीं करते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार के पास सीमित संसाधन है, सीमित संसाधनों से ही सरकार को सभी कार्य करने होते हैं। उन्होंने कहा कि पूर्व की सरकारों ने कई घोषणाएं की, जो आज तक धरातल पर नहीं उतर पायी, लेकिन हमने जो भी घोषणाएं की हैं, वह सभी धरातल पर दिखाई दे रही हैं। वे जो भी घोषणा कर रहे हैं, उसका तुरन्त ही शासनादेश जारी हो रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में आज हमारा देश हर क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानंमत्री जी ने केदारनाथ धाम में 400 करोड़ की योजनाओं का का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया, जिसमें से 225 करोड़ की योजनाएं पूरी हो चुकी हैं तथा 184 करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास हो चुका है। जल्द ही केदारनाथ धाम में तीसरे चरण के निर्माण कार्य भी शुरू हो जाएंगे। बद्रीनाथ धाम के लिए भी 245 करोड़ से अधिक की योजनाएं स्वीकृत की गयी हैं, जिसका मास्टर प्लान तैयार हो गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि श्री नरेन्द्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद से पूरे विश्व में देश का मान-सम्मान बढ़ा है। आज भारत हर क्षेत्र में प्रगति कर रहा है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के विजन को आगे बढ़ाते हुए उत्तराखण्ड राज्य के विकास हेतु कार्य किया जा रहा है, वर्ष 2025 में जब उत्तराखण्ड राज्य स्थापना के 25 वर्ष पूर्णं हो जाएंगे, उस समय उत्तराखण्ड देश का नम्बर एक राज्य बनेगा। इसके लिए सभी से समन्वय बनाकर कार्य किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड देश का सांस्कृतिक व आध्यात्मिक राज्य बने इसके लिये हमारे प्रयास जारी हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड में विभिन्न संस्कृति और रीति -रिवाजों को मानने वाले लोग निवास करते हैं, एक तरह से उत्तराखण्ड लघु भारत का रूप है। इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री श्री नारायण दत्त तिवारी का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड के विकास में श्री नारायण दत्त तिवारी की महत्वपूर्णं भूमिका रही है, चाहे देहरादून का सिड़कुल क्षेत्र हो या हरिद्वार अथवा उधमसिंह नगर का, सबमें श्री नारायण दत्त तिवारी की विशेष भूमिका रही है। उन्होंने कहा कि हमने पंतनगर सिडकुल क्षेत्र का नाम श्री नारायण दत्त तिवारी के नाम से रखा है। उनके गांव को जाने वाली सड़क का नाम भी उनके नाम पर रखा गया है। गोपाष्टमी महोत्सव के अवसर पर कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए विधानसभा अध्यक्ष श्री प्रेमचन्द अग्रवाल ने मुख्यमंत्री जी का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि उन्होंने ऋषिकेश विधानसभा क्षेत्र के लिए गौशाला निर्माण की घोषणा की थी। उन्हांने लोगों का आह्वान किया कि वे पहली रोटी गाय के लिए निकालने की पराम्परा को आगे बढ़ायें। इस अवसर पर कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानन्द ने कहा कि आज पूरे देश में गोपाष्टमी मनाई जा रही है। उन्होंने कहा कि एक गाय, कई लोगों का भरण-पोषण करती है। गाय आर्थिकी का भी आधार है। मंत्री जी ने इस अवसर पर 11 लाख रूपये श्रीकृष्णायन देशी गौरक्षा शाला को देने की घोषणा की। इस मौके पर श्री गंगादासजी महाराज ने भी कृष्णायन गौशाला को 11 हजार का चैक भेंट किया। गोपाष्टमी महोत्सव पर कार्यक्रम का संचालन करते हुए महामण्डलेश्वर स्वामी हरिचेतनानन्द जी ने कहा कि गोपाष्टमी का पर्व आज 177 देशों में मनाया जा रहा है। कृष्णायन गौशाला का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि विश्व की एक मात्र देशी गौशाला हरिद्वार में है। उन्होंने कहा कि गौ, गीता, गंगा तथा साधू-सन्तों से भारत की पहचान है। उन्होंने कहा कि इस गौशाला में तीन हजार गायें हैं तथा सभी गौशालाओं में कुल 15 हजार गायें हैं। उन्होंने कहा कि हमने गौशाला में नन्दीशाला भी बना रखी है। उन्होंने कहा कि गौ के बिना कोई श्राद्ध पूरा नहीं होता है। स्वामी रामकृष्ण मिशन के डॉ0 शिवकुमार ने कहा कि उनके द्वारा कनखल हरिद्वार में 200 बेड का चैरिटेबल हॉस्पिटल संचालित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि गौसेवा करके आप भगवान का आशीर्वाद प्राप्त कर रहे हैं। गौरीशंकर गौशाला के संस्थापक बाबा हठयोगी ने कहा कि गाय के दूध के साथ ही उसका संरक्षण करने के लिए कार्य करने की आवश्यकता है। इस अवसर पर कृष्णायन गौशाला के संरक्षक स्वामी आत्मानन्द जी महाराज, स्वामी अमृतानन्द जी, स्वामी कमलानन्द जी, मेयर ऋषिकेश श्रीमती अनिता मंमगाई, एसपी सिटी श्रीमती कमलेश उपाध्याय, एसडीएम श्रीमती संगीता कन्नौजिया, अधिशासी अभियंता जलसंस्थान श्री मदन सैन, श्री प्रवीण कुमार, श्री अरूण कुमार, श्री रवि शास्त्री, श्री शेखर मेहता सहित संबंधित अधिकारी व पदाधिकारीगण उपस्थित थे।