अग्निपथ योजना के विरोध में उत्तराखंड में जगह-जगह हुए प्रदर्शन
देहरादून, । उत्तराखंड में भी अग्निपथ भर्ती योजना का विरोध शुरू हो गया है। केंद्र सरकार के खिलाफ विभिन्न स्थानों पर विरोध-प्रदर्शन हुआ। देहरादून में गुरुवार को भर्ती की तैयारी कर रहे युवाओं ने घंटाघर और लैंसडाउन चैक पर इसके खिलाफ प्रदर्शन किया। युवाओं ने फौजी अंदाज में डिप्स मारकर भी इस स्कीम का विरोध किया और कहा कि ये रोजगार नहीं युवाओं को बहला-फुसलाकर बेरोजगार करने की स्कीम है।उन्होंने कहा कि अगर सरकार रोजगार देना चाहती है तो सेना में तमाम खाली पड़े पदों को स्थाई तौर पर भरे। उन्होंने सेना का निजीकरण बताया और कहा कि तैयारी कर रहे युवा इसके लिए बिल्कुल भी तैयार नहीं है। लैंसडाउन व रानीखेत सहित तमाम जगहों पर भी रैली निकाली गई। सरकार की ओर से अग्निपथ योजना के तहत अग्निवीरों को भर्ती कराए जाने को लेकर युवाओं में आक्रोश है। आक्रोशित युवाओं ने सरकार पर अस्थाई ओवरड्राफ्ट को हटाकर स्थाई रूप से पूर्व की तरह सेना में भर्ती कराने को कहा है। युवाओं को यहां पूर्व विधायक हेमेश खर्कवाल ने भी समर्थन दिया। अग्निपथ योजना के विरोध में युवाओं ने गुरुवार को मोटर स्टेशन से प्रदर्शन करते हुए गोलज्यू दरबार पहुंचे जहां उन्होंने देवता से न्याय की गुहार लगाई। युवाओं समेत पूर्व विधायक यहां 15 से 20 मिनट तक बैठे रहे। युवा राकेश, विनोद, प्रीतम ने बताया कि सरकार युवाओं के साथ चार साल की भर्ती का लॉलीपॉप देकर भविष्य को अंधकार में झोंक रही है। इसके बाद उन्होंने मोटर स्टेशन में सरकार का पुतला फूंका।सरकार की अग्निपथ ही योजना के खिलाफ टनकपुर में भी युवाओं ने आक्रोश जताते हुए बाजार भर में जुलूस निकाला। उन्होंने टैक्सी स्टैंड से रोडवेज बस अड्डा, राजाराम चैराहा, चड्ढा चैराहा, मोतीराम चैराहा, तुलसीराम चैराहा, पिथौरागढ़ चुंगी से लेकर पीलीभीत चुंगी तक जुलूस निकाला। इस दौरान युवाओं ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए नारेबाजी की। आक्रोशित युवाओं ने तमाम चैराहों में कई देर तक यातायात भी रोका। हालांकि पुलिस ने कई बार रोकने का प्रयास किया। युवा सौरव गिरी, मयंक, पुनीत ने कहा कि सरकार उनके सेना में जाने की उम्मीदों को खत्म कर रही है। युवाओं का जुलूस इसके बाद तहसील पहुंचा जहां नारेबाजी जारी है। मौके पर पुलिस सुरक्षा बल मुस्तैद रहे।पिथौरागढ़, चम्पावत, बागेश्वर, खटीमा, टनकपुर और बाजपुर में प्रदर्शन कर योजना को वापस लेने की मांग उठ रही है। सीमांत क्षेत्र पिथौरागढ़ में तो युवाओं ने एनएच को ही जाम कर दिया है। ऐसे में वहां यातायात व्यवस्था प्रभावित हो गई है। बागेश्वर में जुलूस, बाजपुर में सड़क पर उतरकर नारेबाजी कर विरोध दर्ज कराया जा रहा है।