ईद से पहले बाजार में बढ़ी प्याज की कीमतें,
नयी दिल्ली। केंद्र ने प्याज उत्पादक राज्यों में सूखे जैसी स्थिति के मद्देनजर आने वाले महीनों में इस महत्वपूर्ण फसल की कीमत पर अंकुश रखने के लिए 50,000 टन प्याज का बफर स्टॉक बनाना शुरू कर दिया है। खाद्य मंत्रालय के एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, एशिया में प्याज की सबसे बड़ी थोक मंडी महाराष्ट्र के लासलगांव में इसका थोक भाव 29 प्रतिशत बढ़कर 11 रुपये प्रति किलोग्राम चल रहा है। पिछले साल इसी दौरान भाव 8.50 रुपये का था। दिल्ली में खुदरा प्याज 20 से 25 रुपये प्रति किलोग्राम पर चल रही है। अधिकारी ने पीटीआई भाषा से कहा, उत्पादक क्षेत्र में सूखे की स्थिति के कारण, रबी की प्याज का उत्पादन कम होने की संभावना है।इससे इसकी आपूर्ति व भाव , दोनों पर दबाव बढ़ सकता है। सहकारी संस्था, नाफेड को मूल्य स्थिरीकरण कोष के तहत प्याज की खरीद करने के लिए कहा गया है, उसने अब तक रबी की लगभग 32,000 टन रबी की एसी किस्मों की प्याजखरीदीहै जिनको जमा कर के कुछ समय के लिए रखा जा सकता है। इस भंडा को जुलाई के बाद नयी आपूर्ति न होने के समय इस्तेमाल में लाया जा सकता है। अधिकारी ने कहा कि प्याज के अलावा सरकार इस वर्ष दलहन के लिए भी 16.15 लाख टन का बफर स्टॉक बना रही है।