जौनसार बावर क्षेत्र में बूढ़ी दीपावली की तैयारियां जोरों पर
देहरादून, । जौनसार बावर में मनाई जाने वाली बूढ़ी दीपावली देश की दीपावली के ठीक एक माह बाद मनाई जाती है। इन दिनों जौनसार बावर के ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाएं बच्चे व युवतियां द्वारा प्रसाद के रूप में मुख्य व्यंजन चिवड़ा तैयार किया जा रहा है। देश में मनाई जाने वाली दीपावली के ठीक एक माह बाद जौनसार बावर क्षेत्र में 200 से अधिक गांव में बूढ़ी दीपावली का जश्न मनाया जाएगा। बूढ़ी दीपावली की तैयारियों को लेकर इन दिनों ग्रामीण क्षेत्र चिवड़ा की महक से लबरेज हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाएं धान को 5 दिन पहले पानी में भिगोकर रखती हैं। 5 दिन बाद लोहे की कढ़ाई में भीगे हुए धान को भूना जाता है, तो वहीं इस भुने हुए धान को ओखली में मूसल से कूटकर महिलाएं चिवड़ा तैयार करती हैं। चिवड़ा दीपावली के पर्व पर सर्वप्रथम अपने इष्ट देव को प्रसाद के रूप में चढ़ाया जाता है। उसके बाद अन्य लोगों को प्रसाद में दिया जाता है। यह इस बूढ़ी दीपावली त्योहार का मुख्य व्यंजन है।