तीर्थनगरी में पुलिसकर्मी ने किशोर को पीटा, महिलाओं को दी गालिया
देहरादून/ऋषिकेश, । तीन दिन में दूसरी बार उत्तराखंड की मित्र पुलिस गलत वजह से सुर्खियों में है। तीन दिन पहले एक वीडियो सोशल मीडिया पर सर्कुलेट हो रहा था जिसमें एक ठेली वाले की बेटी ने देहरादून में अपने पिता को पीटे जाने और खुद से बदतमीजी किए जाने का आरोप लगाते हुए वीडियो बनाया था। इस मामले में पुलिस की विभागीय जांच चल ही रही है कि एक और वीडियो सामने आ गया है. ऋषिकेश के इस वीडियो में एक पुलिस अधिकारी न सिर्फ एक किशोर को पीटते हुए दिख रहा है बल्कि महिलाओं को गालियां देते भी दिख रहा है। बताया जा रहा है कि ऋषिकेश की टिहरी विस्थापितों की कॉलोनी में पशुपालन विभाग पुलिस की मदद से कब्जा छुड़वाने के लिए गया था। यह जमीन टिहरी पुनर्वास निदेशालय ने यह जमीन टिहरी बांध विस्थापितों को अलॉट की थी लेकिन यह जमीन पशुपालन विभाग की थी। पशुपालन विभाग ने इस जमीन पर कब्जे के लिए हाईकोर्ट की शरण ली थी जहां से फैसला विभाग के पक्ष में आया। इसी जमीन पर कब्जा लेने के लिए पशुपालन विभाग के अधिकारी ऋषिकेश पुलिस के साथ पहुंचे थे।यहां लोगों ने इस टीम का विरोध किया और पूछा कि अगर यह जमीन किसी और की थी तो सरकार ने उन्हें आवंटित क्यों की थी। लोग पशुपालन विभाग के लाए ट्रैक्टर से चिपक कर खड़े हो गए थे। इसी दौरान ऋषिकेश कोतवाली में तैनात एक एसएसआई ने ट्रैक्टर से चिपक कर खड़े किशोर को पीटा। महिलाओं ने पुलिसकर्मी के इस बर्ताव का विरोध किया और कहा कि वह इसकी शिकायत उच्चाधिकारियों को करेंगी। महिलाओं ने इसका विरोध किया तो एसएसआई ने महिलाओं को भी मां-बहन की गालियां दीं और जेल में डाल देने की धमकी भी दी।