दुष्कर्म पीड़िता को थाने से भगाया, SHO बोला- परवाह नहीं PM से लगवा लो सिफारिश
गाजियाबाद । कार्रवाई की मांग को लेकर थाने गई दुष्कर्म पीड़िता व उसके परिजनों को एसएचओ द्वारा थाने से भगाने की घटना सामने आई है। पीड़ित पक्ष ने घटना की शिकायत एसएसपी से की है। एसएचओ ने आरोप को बेबुनियाद बताया है।
भोजपुर थाने के एक गांव निवासी छात्रा का 11 अगस्त को कार सवार चार युवकों ने अपहरण कर लिया था। आरोपियों ने छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म कर उसके मुंह में कपड़ा ठूंस दिया और उसे निवाड़ी थाना क्षेत्र में फतेहपुर गांव के निकट फेंक दिया था।
कोर्ट में दर्ज हो चुके हैं बयान
इस मामले में एसएसपी के हस्तक्षेप पर 19 अगस्त को मोदीनगर थाने में सौंदा निवासी शिवम समेत चार के खिलाफ सामूहिक दुष्कर्म सहित अन्य गंभीर धाराओंं में रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। मामले में पीड़िता के कोर्ट में 164 के बयान भी दर्ज हो चुके हैं।
पीड़ित परिवार ने की कार्रवाई की मांग
घटना को एक माह का समय बीत जाने के बाद भी जब आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो शनिवार को पीड़िता अपने परिजनों के साथ थाने पहुंची और एसएचओ से कार्रवाई की मांग की। आरोप है कि एसएचओ ने पीड़िता व उसके परिजनों को थाने से भगा दिया।
एसएचओ ने थाने से भगाया
पीड़ित पक्ष के अनुसार जब उन्होंने एसएचओ से कहा कि वे उनके व्यवहार की शिकायत मुख्यमंत्री से करेंगे तो एसएचओ ने कहा कि उन्हें किसी की कोई परवाह नहीं है। चाहे वह इसमें प्रधानमंत्री से भी सिफारिश लगवा लें। जबकि आरोपी पक्ष समझौता करने का दबाव बनाकर पीड़िता व उसके परिजनों को लगातार जान से मारने की धमकी दे रहा है।
एसएसपी से की शिकायत
सोमवार को पीड़िता ने एसएचओ के व्यवहार की शिकायत एसएसपी से की है। पीड़ित पक्ष का आरोप है कि पुलिस ने आरोपी पक्ष से मोटी रिश्वत ले ली है। जिसके चलते उन्हें धमकाया जा रहा है और आरोपी पक्ष खुलेआम घूम रहा है। पीड़ित पक्ष अब इस मामले में मुख्यमंत्री से भी मिलेगा। इस बारे में एसएचओ संजय वर्मा का कहना है कि उन्होंने किसी को थाने से नहीं भगाया है। उन पर गलत आरोप लगाया जा रहा है।