प्रद्युम्न मर्डरः बढ़ सकती हैं पिंटो परिवार की मुश्किलें, हरियाणा पुलिस ने भेजा समन
गुरुग्राम । छात्र प्रद्युम्न की हत्या मामले में रायन इंटरनेशनल स्कूल के प्रबंधक अॅागस्टिन पिंटो, फ्रीडा पिंटो और रायन पिंटो की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। गुरुग्राम पुलिस ने शुक्रवार को स्कूल के प्रबंधक अॅागस्टिन पिंटो, फ्रीडा पिंटो और रेयान पिंटो के नाम समन जारी किया है। यह समन प्रद्युम्न मर्डर केस में इनसे पूछताछ के लिए जारी किया गया है।
इन सभी की मुश्किलें इसलिए भी बढ़ने वाली हैं क्योंकि प्रद्युम्न मर्डर केस में गिरफ्तारी से बचने के लिए पिंटो परिवार ने बंबई हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत के लिए याचिका दायर की थी, लेकिन कोर्ट ने उसे खारिज कर दिया था।
हरियाणा पुलिस के मुताबिक, विशेष जांच दल (एसआइटी) ने रायन इंटरनेशनल स्कूल के मालिकों को पूछताछ के लिए नोटिस भेजा है।
एसआइटी प्रमुख व पुलिस उपायुक्त अशोक बक्शी ने बताया कि नोटिस के तहत 26 सितंबर को तीनों लोगों को एसआइटी के सवालों के जवाब देने होंगे। जवाब नहीं आने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। क्या कानूनी कार्रवाई की जाएगी। यह 26 सितंबर को जवाब नहीं आने के बाद तय किया जाएगा।
यहां पर बता दें कि इसी महीने की आठ सितंबर को गुरुग्राम के रायन इंटरनेशनल स्कूल के बाथरूम में छात्र प्रद्युम्न ठाकुर का शव बरामद हुआ था।
इस मामले में स्कूल बस के कंडक्टर की गिरफ्तारी भी हुई है और उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। हालांकि वह बार-बार हत्या से इन्कार भी कर रहा है।
कंडक्टर पर आरोप है कि बच्चे का यौन शोषण करने में असफल होने के बाद उसने गुस्से व नाराजगी में बच्चे की हत्या कर दी। वहीं, स्कूल प्रबंधन पर भी लापरवाही को लेकर आरोप लगे हैं। सवाल यह भी उठ खड़ा हुआ है कि स्कूल में कैसे कर्मचारी ने हत्या जैसी वारदात को अंजाम दे दिया।
वहीं, बच्चे के पिता वरुण ठाकुर का कहना है कि उनके बच्चे की हत्या योजना बनाकर की गई। बच्चे को बाथरूम में ले जाया गया था। वहां पर हत्यारोपी बस हेल्पर अशोक के अलावा और भी कोई था। एक लड़की ने वरुण को यह बताया भी है कि बाथरूम में अशोक के अलावा भी कोई था। यह कौन था यह पुलिस पता नहीं लगा पाई है।
क्या कहती है एसआइटी की रिपोर्ट
रिपोर्ट में चौंकाने वाली बात यह है कि उसमें दावा किया गया है जघन्य हत्या के मामले में किसी एक अन्य शख्स की भी भूमिका संभावित है, जो इस वारदात को अंजाम देने के बाद शौचालय की टूटी खिड़की के रास्ते से भाग गया। रिपोर्ट में साफ है कि स्कूल प्रबंधन ने सबूतों के साथ छेड़छाड़ की। ऐसे में शक की सुई स्कूल प्रबंधन पर जाना लाजमी है।