पेट्रोल के दाम में 2.50 रुपये प्रति लीटर की कटौती,धूमिल
देश की जनता की धड़कने बढ़ा रहे तेल के दाम
नई दिल्ली ।केंद्र सरकार द्वारा डीजल और पेट्रोल के दाम में 2.50 रुपये प्रति लीटर की कटौती करने से जो राहत की उम्मीद बंधी थी वह धूमिल होती प्रतीत हो रही है क्योंकि तेल का दाम शनिवार को फिर बढ़ गया। बाजार के जानकारों की माने तो अंतर्राष्ट्रीय बाजार में जब तक कच्चे तेल की तेजी नहीं थमेगी तब तक पेट्रोल और डीजल के दाम में वृद्धि जारी रहेगी।देश की राजधानी दिल्ली में एक दिन की राहत के बाद शनिवार को डीजल का दाम 29 पैसे बढक़र 73.24 रुपये प्रति लीटर हो गया। वहीं पेट्रोल के दाम में 18 पैसे का इजाफा हुआ। दिल्ली में पेट्रोल 81.68 रुपये प्रति लीटर बिकने लगा है।इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन वेबसाइट से प्राप्त कीमत सूची के अनुसार, कोलकाता में पेट्रोल का दाम 83.52 रुपये प्रति लीटर था जबकि डीजल 75.09 रुपये प्रति लीटर। मुंबई में पेट्रोल की कीमत 18 पैसे बढक़र 87.15 रुपये प्रति लीटर हो गई, जबकि डीजल 70 पैसे घटकर 76.75 रुपये प्रति लीटर हो गया।चेन्नई में डीजल 31 पैसे बढक़र 77.42 रुपये प्रति लीटर और पेट्रोल 19 पैसे की वृद्धि के साथ 84.89 रुपये प्रति लीटर हो गया। घरेलू वायदा बाजार मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज पर चालू महीने में डिलीवरी कच्चे तेल का वायदा अनुबंध 55 रुपये यानी एक फीसदी की बढ़त के साथ 5,542 रुपये प्रति बैरल पर बंद हुआ।
कच्चा तेल विदेशी बाजार में कारोबारी सप्ताह के आखिरी सत्र में थोड़ी नरमी के साथ बंद हुआ। अमेरिकी लाइट क्रूड डब्ल्यूटीआई का नवंबर वायदा अनुबंध 0.05 फीसदी की नरमी के साथ 74.29 डॉलर प्रति बैरल पर बंद हुआ। ब्रेंट क्रूड का दिसंबर डिलीवरी वायदा 0.65 फीसदी की कमजोरी के साथ 84.03 डॉलर प्रति बैरल पर बंद हुआ।
अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल का भाव इस सप्ताह चार साल के उच्चतम स्तर पर चला गया था और अभी भी कीमतें तकरीबन उसी स्तर के आसपास बनी हुई है। केंद्र ने गुरुवार को पेट्रोल और डीजल के दाम में 2.50 रुपये प्रति लीटर की कटौती की जिसमें उत्पाद कर में 1.50 रुपये की कटौती की गई और एक रुपये प्रति लीटर कटौती का भार तेल विपणन कंपनियों को उठाने को कहा गया। केंद्र सरकार की इस घोषणा के बाद भाजपा शासित कई राज्यों ने भी तेल पर वैट (मूल्य वर्धित कर) में कटौती की।