पौड़ी की बेटी ऋतु नेगी ने बैंकाक में झटका सोना
पौड़ी : जनपद पौड़ी एक बार फिर विश्व पटल पर उभरकर सामने आया है। पौड़ी की बेटी ऋतु नेगी ने बैंकाक में पांच अगस्त को तृतीय हीरो ताईक्वांडो इंटरनेशनल चैंपियनशिप में पाकिस्तान, नेपाल और थाईलैंड के खिलाड़ियों को मात देकर गोल्ड झटकर देश का मान बढ़ाया है। ऋतु विकास खंड कल्जीखाल के नौली गांव की मूल निवासी हैं। उसकी जीत पर गांव में खुशी का माहौल बना हुआ है।
कल्जीखाल ब्लॉक के नौली गांव में कुलदीप सिंह नेगी व कुसुम नेगी के घर में दो सितंबर 1996 को ऋतु का जन्म हुआ। जो कुछ समय बाद अपने माता-पिता के साथ दिल्ली में रहने लगी। बालपन से पढ़ाई व खेल के प्रति रुचि रखने वाली ऋतु का 10 वर्ष की उम्र में आत्म रक्षा के खेल ताईक्वांडो के प्रति रुझान बढ़ा। जो बाद में जाकर उसका जुनून साबित हुआ।
ऋतु के इस जुनून ने ही आज देश को ताईक्वांडो में गोल्ड मेडल दिलाकर पौड़ी का नाम विश्व पटल सुनहरे अक्सरों में दर्ज कर दिया है। थाईलैंड के बैंकाक शहर में इन दिनों तृतीय हीरो ताईक्वांडो इंटरनेशनल चैंपियनशिप का आयोजन हो रहा है। जिसमें पांच अगस्त की शाम 53 किलो भार में भारत की ओर से ऋतु नेगी ने पाकिस्तान, नेपाल व थाईलैंड के खिलाड़ियों को मात देकर देश के लिए गोल्ड मेडल जीता।
पिता कुलदीप सिंह नेगी ने बताया कि ऋतु बचपन से ही पढ़ाई व खेल के प्रति विशेष रुचि रखती थी। जब उसने पहली बार ताईक्वांडो खेल के प्रति अपनी इच्छा जाहिर कि, तो थोड़ा सोचने के बाद सहर्ष स्वीकृति दे दी थी। उन्होंने कहा कि ऋतु की मेहनत पर मुझे ही नहीं पूरे देश को गर्व है।
गढ़वाल विवि बीजीआर परिसर पौड़ी के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष गौरव रावत, चाचा जयदेव सिंह व चाची विधाता देवी ने बताया कि ऋतु के गोल्ड मेडल जीतने से पूरी दुनिया में भारत का मान बढ़ा है। उन्हें अपनी बेटी पर गर्व है। उन्होंने कहा कि गांव ही नहीं आसपास के गांवों से लोग बधाई देने पहुंच रहे हैं।
दादी देवकी भी गदगद
ऋतु नेगी की दादी देवकी देवी अपनी नातिन के गोल्ड मेडल जीतने से गदगद नजर आ रही है। दादी रुंदे गले से कहती है कि भले ही नातिन को ज्यादा प्यार नही दे पाई, लेकिन जब वह मेरे पास आती है। मैं उसे जी भरकर दुलारती हूं।
यह है अन्य उपलब्धियां
दिल्ली विवि स्तर पर—–1 गोल्ड
राज्य स्तर दिल्ली——1 गोल्ड
राष्ट्रीय स्तर पर—–3 गोल्ड, 2 सिल्वर मेडल