कर्नाटक में कोरोना को मात दे चुके मरीज हो रहे हैं टीबी के शिकार, बचाव के लिए सरकार ने उठाया यह कदम
नई दिल्ली । कर्नाटक में कोरोना को मात दे चुके मरीजों को एक नई समस्या से जूझना पड़ रहा है। इन मरीजों में टीबी की समस्या देखने को मिल रही है। अभी तक इस राज्य में ऐसे करीब 25 मामले सामने आ चुके हैं। ऐसे मामले सामने आने के बाद सरकार ने एहतियाती कदम उठाते हुए कोरोना से ठीक हो चुके सभी मरीजों की टीबी जांच शुरू करा दी है। कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. के. सुधाकर ने गुरुवार को इस बारे में एएनआई एजेंसी को इस बारे में जानकारी दी।
ऐसे मरीजों की जल्द पहचान के लिए अभियान
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. के. सुधाकर ने बुधवार को विधानसभा में जानकारी दी कि प्रदेश में अभी तक 28 लाख से ज्यादा लोग कोरोना को मात दे चुके हैं। चूंकि कोरोना और टीबी दोनों ही फेफड़ों को प्रभावित करते हैं, इसलिए टीबी के मरीजों की जल्द पहचान के लिए यह खास अभियान शुरू किया गया है। उन्होंने कहा कि जो लोग कोरोना को मात दे चुके हैं वह खुद से टीबी की जांच कराने के लिए आगे आएं। जितनी जल्दी इसकी पहचान होगी, उतना ही जल्दी इसका इलाज किए जाएगा।
24 देशों में होगी इससे जुड़ी स्टडी
गौरतलब है कि बुधवार को साइंस एंड टेक्नोलॉजी मिनिस्ट्री ने कोरोना से उबरने वाले मरीजों को लेकर खास घोषणा की है। इसमें बताया गया है कि ब्राजील, रूस, भारत और दक्षिण अफ्रीका समेत 24 देश टीबी और कोरोना के प्रभावों को लेकर खास स्टडी करेंगे। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने ऐसे 24 देशों की पहचान की है। इस स्टडी में यह पता लगाने की कोशिश की जाएगी कि कोरोना मरीजों पर टीबी ने किस तरह और कितना असर डाला है।