महीने भर में दोगुनी हुई प्याज की कीमत, जमाखोरी के खिलाफ सख्त कार्रवाई के आदेश
नई दिल्ली: त्योहारी सीजन से ठीक पहले प्याज की बढ़ी हुई कीमतें सरकार के गले की फांस बनी हुई है. दिल्ली की ओखला मंडी में प्याज व्यापारी भी परेशान हैं. प्याज की कीमतें महीने भर में दोगुनी हो चुकी हैं, जिस कारण बिक्री घटती जा रही है. ओखला मंडी में प्याज थोक के भाव 28 रुपये किलो है. खुदरा बाजार में आते-आते ये 40 रुपये के आसपास चला आता है. इस मौसम में ये औसत से दोगुने दाम हैं. पिछले एक महीने में ओखला मंडी में प्याज की कीमतों में 100 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. प्याज व्यापारी मोहम्मद आसिफ ने बताया कि नासिक प्याज मंडी से औसत से कम प्याज ओखला मंडी तक पहुंच रहे हैं. इसकी वजह से मांग और आपूर्ति गड़बड़ा गई है और प्याज उंचे दरों पर बिक रहा है.
उनके साथी गौरव भी कहते हैं कि अगर हालात नहीं सुधरे, तो आने वाले दिनों में खुदरा बाजार में प्याज की कीमतें 50 रुपये तक पहुंच सकती हैं. राज्यों से कहा गया है कि वे स्टॉक की सीमा तय करें. इस साल जुलाई के अंत में ही प्याज की कीमतों में उछाल आया. जुलाई के शुरू में थोक बाजार में 15 रुपये किलो मिल रहे प्याज की कीमत अब करीब 29 रुपये किलो हो चुका है. खुदरा बाजार में ये प्याज 38 से 40 रुपये किलो है.
ये हाल तब है जब प्याज की पैदावार भी पिछले साल से बेहतर है और बाजार में पहुंच भी. हालात पर काबू पाने के लिए खाद्य मंत्रालय ने जमाखोरी और मुनाफाखोरी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के लिए कहा है.