केंद्रीय सशस्त्र बलों के आधुनिकीकरण पर खर्च होंगे 1054 करोड़
नई दिल्ली । केंद्रीय सशस्त्र बलों (सीएपीएफ) के आधुनिकीकरण पर केंद्र सरकार अगले दो सालों में 1054 करोड़ रुपये खर्च करने जा रही है। इसमें से आधी रकम सीआरपीएफ के लिए खर्च की जाएगी जबकि बाकी के पैसे से बीएसएफ, सीआइएसएफ, आइटीबीपी, एसएसबी, एएसजी व असम राइफल्स का उद्धार होगा।
केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने एक उच्च स्तरीय बैठक में इस आशय की जानकारी दी। आधुनिकीकरण के तहत बलों को नए हथियार व नए वाहन मुहैया कराने के साथ पुणे, भोपाल व गुवाहाटी में मार्च 2018 तक फारेंसिक लैब स्थापित की जाएंगी। अभी तक सात सशस्त्र बलों को सालाना दो सौ करोड़ रुपये आधुनिकीकरण की मद में दिए जाते थे। गृह मंत्रालय ने इन बलों को महानिदेशकों के वित्तीय अधिकार में बढ़ोतरी करने का फैसला किया है। पहले उनकी सीमा 15 करोड़ की थी, अब इसे 20 करोड़ किया गया है। मंत्रालय ने आंतरिक सुरक्षा के लिए सितंबर में 25 हजार करोड़ की योजना को मंजूरी दी थी। गुरुवार को इसके लिए भी दिशा निर्देश जारी किए गए। सशस्त्र बलों के आधुनिकीकरण के लिए यह अब तक की सबसे बड़ी योजना है। इसमें से 18636 करोड़ रुपये केंद्र वहन करेगा जबकि 6424 करोड़ की व्यवस्था राज्य करेंगे।
राजनाथ सिंह का कहना है कि आतंकवाद से निपटने के लिए सशस्त्र बलों को मजबूत करना जरूरी है और इसके लिए सरकार हर संभव प्रयास कर रही है। अगले दो सालों में इन बलों की कायापलट की जा रही है।