ओमिक्रॉन ने बजाई खतरे की घंटी, केंद्र ने चुनाव वाले राज्यों को दिए निर्देश
नई दिल्ली । क्या भारत फिर एक लॉकडाउन की ओर बढ़ रहा है? केंद्र का राज्यों के साथ ताजा संवाद इसी ओर इशारा कर रहा है। केंद्र ने गुरुवार को मतदान वाले राज्यों के प्रशासन को कोविड-19 के खिलाफ टीकाकरण में तेजी लाने के लिए कहा, खासकर उन जिलों में जहां अब तक टीकाकरण का कवरेज कम रहा है। केंद्र ने प्रशासन से कोरोना के खिलाफ बिना टीका पाए लोगों की रक्षा के लिए जल्द से जल्द टीका लगाने का निर्देश दिया है। केंद्र की ये सलाह उस दिन आई जब देश में कोरोना वायरस के अत्यधिक संक्रामक वैरिएंट के प्रसार के साथ-साथ दैनिक कोविड-19 के आंकड़ों में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। इसको लेकर दिन में समीक्षा बैठक की गई थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी बाद में एक बैठक की अध्यक्षता करने वाले हैं।
इन राज्यों पर विशेष ध्यान!
उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड और गोवा सहित कई राज्यों में अगले साल की शुरुआत में विधानसभा चुनाव होने हैं। चुनाव की तैयारी के साथ, कई जगहों पर चुनाव प्रचार जोर-शोर से शुरू हो गया है और रैलियों में बड़ी भीड़ दिखाई देने लगी है। डर है कि इनमें से कोई भी जगह कोरोनावायरस के प्रसार के लिए संभावित हॉटस्पॉट में बदल सकती है। इसी को देखते हुए केंद्र ने गुरुवार को चुनाव वाले राज्यों के प्रशासन को पत्र लिखकर कहा है कि कोविड-19 के खिलाफ टीकाकरण में तेजी लाई जाए, विशेष रूप से उन जिलों में जहां अब तक कम कवरेज देखा है ताकि कमजोर आबादी की रक्षा की जा सके।
टीकाकरण में तेजी लाएं राज्य
केंद्र ने राज्यों से उन लोगों के लिए 100 प्रतिशत कवरेज सुनिश्चित करने के लिए भी कहा, जिन्हें अभी तक वायरस के खिलाफ अपनी पहली खुराक भी नहीं मिली है और दूसरी खुराक के पात्र लाभार्थियों के टीकाकरण में तेजी लाने के लिए भी कहा है। केंद्र ने “उन राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में जहां टीकाकरण कवरेज राष्ट्रीय औसत से नीचे है, घर-घर टीकाकरण अभियान” को मजबूत करने का आह्वान किया। इसने राज्यों से आगामी त्योहारी सप्ताह से पहले स्थानीय प्रतिबंधों और पाबंदियों पर विचार करने को भी कहा। कंटेनमेंट जोन के संबंध में, राज्य वहां रात में कर्फ्यू लगा सकते हैं और नए कोविड क्लस्टर के मामले में बड़ी सभाओं, विशेष रूप से अधिसूचित कंटनमेंट क्षेत्र, बफर जोन का सख्त नियमन सुनिश्चित करने होंगे।
नाइट कर्फ्यू लगाएं राज्य
कोविड समीक्षा बैठक में केंद्र ने राज्यों से कहा, “अपना मनोबल गिरने मत दीजिए।” रोकथाम को लेकर, राज्यों को सलाह दी गई है कि वे नाइट कर्फ्यू लागू करें और बड़े समारोहों का सख्त नियमन सुनिश्चित करें, विशेष रूप से कंटेनमेंट जोन में।