राजाजी और कार्बेट पार्क में बढ़ रहा बाघों का कुनबा
देहरादून : राष्ट्रीय पशु बाघ के संरक्षण में उत्तराखंड से सुकून देने वाली खबर। बाघों की प्रमुख सैरगाह कार्बेट टाइगर रिजर्व के साथ ही राजाजी टाइगर रिजर्व में इनकी संख्या में अच्छी -खासी बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है। राजाजी में 50 से 60 और कार्बेट में 30 से 40 फीसद तक का इजाफा होने का अनुमान है। इससे वन्यजीव महकमा उत्साहित है। बाघ गणना के आधिकारिक आंकड़ों की घोषणा मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कर दी।
राजाजी टाइगर रिजर्व में इस वर्ष फरवरी से अपै्रल और कार्बेट में गत नवंबर से इस साल मार्च तक चली सालाना मॉनीटरिंग के तहत बाघों की गणना की गई। इसमें कैमरा ट्रैप की अधिक से अधिक मदद ली गई। इनका परीक्षण करने के बाद जो नतीजे सामने आए, उससे वन्यजीव महकमे की बांछें खिली हैं।
सूत्रों ने बताया कि राजाजी टाइगर रिजर्व में पिछली गणना में वहां बाघों की संख्या 18 के लगभग थी। अब इसमें 50 से 60 फीसद तक की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई। इसी प्रकार कार्बेट रिजर्व में पिछली बार बाघों की न्यूनतम संख्या 163 आई थी। इसमें 30 से 40 फीसद की वृद्धि हुई है।
सूत्रों ने बताया कि दोनों ही टाइगर रिजर्व में इस मर्तबा न्यूनतम संख्या ही जारी की जाएगी। बता दें कि किसी भी क्षेत्र में बाघों की गणना के न्यूनतम से अधिकतम संख्या जारी की जाती है। इससे सही तस्वीर सामने आती है।
गौरतलब है कि बाघ संरक्षण में उत्तराखंड मुस्तैदी से जुटा है। वर्ष 2014 में हुई बाघ गणना के 2015 में जारी हुए आंकड़ों के मुताबिक तब राज्य में 340 बाघ थे और संख्या के लिहाज से उत्तराखंड देश में दूसरे स्थान पर है। जानकारों के मुताबिक जिस हिसाब से यहां बाघों की संख्या बढ़ रही है, उसे देखते हुए उत्तराखंड के सिरमौर बनने की उम्मीद बलवती हुई है।
प्रमुख राज्यों में बाघ
राज्य—————-संख्या
कर्नाटक————–406
उत्तराखंड————340
मध्य प्रदेश———-308
तमिलनाडु————229
महाराष्ट्र————-190
असोम—————167
केरल—————-136
उत्तर प्रदेश——–117
आंध्र प्रदेश (तेलंगाना सहित)—68