एनएच-74 घोटाला: निलंबित एसडीएम फोनिया समेत आठ गिरफ्तार
रुद्रपुर (ऊधमसिंहनगर) : एनएच -74 मुआवजा घोटाले की जांच कर रही एसआइटी ने लंबी पूछताछ के बाद निलंबित एसडीएम भगत सिंह फोनिया और काशीपुर के तत्कालीन प्रभारी तहसीलदार मदन मोहन पडलिया समेत आठ लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इन सभी को सोमवार को सीजेएम कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में हल्द्वानी उप कारागार भेज दिया गया है। जेल भेजे गए लोगों में दो किसानों के साथ ही जसपुर तहसील से सेवानिवृत्त प्रभारी तहसीलदार भोले लाल, जसपुर तहसील का ही निलंबित संग्रह अमीन अनिल कुमार, अनुसेवक रामसुमझ, स्टांप वैंडर जीशान शामिल हैं। अन्य आरोपियों की तलाश में पुलिस की तीन टीमें जुटी हुई हैं।
पिछले करीब नौ माह से छह सौ करोड़ रुपये से अधिक के मुआवजा घोटाले की परतें खोलने में जुटी एसआइटी ने अब आरोपियों की गिरफ्तारी शुरू कर दी है। पीसीएस अफसरों में सबसे पहला निशाना बने हैं निलंबित एसडीएम भगत सिंह फोनिया। उनको पुलिस टीम ने रविवार दोपहर देहरादून से हिरासत में लिया था। रविवार देर रात टीम उन्हें लेकर रुद्रपुर पहुंची। उनके साथ ही काशीपुर के तत्कालीन प्रभारी तहसीलदार मदन मोहन पडलिया और जसपुर के सेवानिवृत्त प्रभारी तहसीलदार भोले लाल की अलग-अलग स्थानों से धरपकड़ हुई।
इनके साथ ही जसपुर के निलंबित संग्रह अमीन अनिल कुमार, इसी तहसील के अनुसेवक रामसुमझ और काशीपुर के स्टांप वेंडर जिशान को रविवार देर रात ही पकड़ लिया गया। दो किसान गढीहुसैन, जसपुर के ओमप्रकाश और जसपुर निवासी चरन सिंह की गिरफ्तारी भी इन्हीं के साथ हुई थी। सभी से देर रात तक सिडकुल पुलिस चौकी में पूछताछ चली। खुद एसएसपी डॉ. सदानंद दाते और एसपी क्राइम कमलेश उपाध्याय ने उनसे कई सवाल किए। विवेचक सीओ रुद्रपुर स्वतंत्र कुमार भी इस दौरान मौजूद थे। देर रात और सोमवार सुबह तक कागजी कार्यवाही पूरी की गई। इसके बाद इन लोगों को सीजेएम रुद्रपुर की कोर्ट में पेश किया गया, जहां से इन्हें जेल भेज दिया गया है।