प्रद्युम्न हत्याकांड में स्कूल की एक शिक्षिका भी शामिल, CBI ने कसा शिकंजा
गुरुग्राम । चर्चित प्रद्युम्न हत्याकांड में रेयान इंटरनेशनल स्कूल की एक शिक्षिका भी सीबीआइ के रडार पर है। सूत्रों के अनुसार, आरोपी छात्र द्वारा प्रद्युम्न की हत्या किए जाने की जानकारी शिक्षिका को थी। बावजूद इसके वह इस मामले पर चुप्पी साधे रही। यही नहीं, शिक्षिका की सलाह पर ही आरोपी छात्र घटना के बाद से सामान्य व्यवहार कर रहा था।
अब सीबीआइ यह पता करने की कोशिश में जुटी है कि शिक्षिका ने ऐसा क्यों किया ? इस मामले में सीबीआइ उससे पूछताछ भी कर चुकी है। शिक्षिका के खिलाफ साक्ष्य मजबूत किए जा रहे हैं ताकि उसे बचने का कोई मौका न मिल सके।
इसके बाद वह अपनी कक्षा में चला गया। आरोपी छात्र ने परीक्षा भी दी। सूत्रों का कहना है कि एक बच्चे की हत्या करने के बाद वह सामान्य बच्चों की तरह दिखता रहा तो इसके पीछे उक्त शिक्षिका की ही काउंसलिंग थी।
शिक्षिका को पता था कि प्रद्युम्न की हत्या हुई है। उसने ही छात्र को समझाया कि वह सामान्य बच्चों की तरह व्यवहार करे, ताकि किसी को शक न हो। सीबीआइ को इस बारे में पुख्ता जानकारी हो गई है। हालांकि, घटना के बाद शिक्षिका से छात्र की मुलाकात का वीडियो क्लिप नहीं है।
सीसीटीवी कैमरों को खंगाला जा चुका है। किसी में घटना के तुरंत बाद शिक्षिका से छात्र मिलते नहीं दिख रहा है। इस वजह से शिक्षिका की गिरफ्तारी में समय लग रहा है। इस मामले में कुछ बच्चों से भी पूछताछ हुई है। इसी तरह एक छात्रा भी सीबीआइ के रडार पर है। उस छात्रा को भी आरोपी छात्र के बारे में पूरी जानकारी थी।
छह दिसंबर की सुनवाई अहम
प्रद्युम्न हत्याकांड मामले में छह दिसंबर काफी अहम है। इस दिन जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड में आरोपी छात्र का मामला सेशन कोर्ट में जाएगा या नहीं, इस बारे में काफी हद तक स्थिति साफ हो जाएगी। सीबीआइ एवं आरोपी पक्ष की ओर से बहस होगी कि छात्र को वयस्क के दायरे में देखा जाए या नहीं।
प्रद्युम्न के पिता वरुणचंद ठाकुर का कहना है कि सीबीआइ की जांच से सभी संतुष्ट हैं। जिन लोगों ने मामले को दबाने या छिपाने का प्रयास किया, सभी के नाम चार्जशीट में शामिल होंगे। साथ ही आरोपी ने हत्या क्यों की, इस बारे में भी पूरी जानकारी सामने आनी चाहिए। ऐसा लगता है कि कुछ बातें हैं जो सामने नहीं आ रही हैं। वे सभी चेहरे बेनकाब होने चाहिए जिन्हें इस घटना की पूरी जानकारी थी। इससे आगे कोई भी व्यक्ति किसी भी मामले को दबाने या छिपाने का प्रयास नहीं करेगा।