वीरान पड़े पहाड़ों में लौट आई पहाड़ की जवानी
उत्तराखण्ड /कुमाऊ। कोरोना के चलते लागू लॉकडाउन ने पहाड़ को उसकी जवानी लौटा दी है। रोजगार की तलाश में सालों पहले पलायन कर गए लाखों युवा लौट आए हैं। तीन मई से शुरू यह सिलसिला अब तक जारी है।प्रवासी रोडवेज बसों, स्पेशल ट्रेनों के अलावा टैक्सी और निजी वाहनों से पहाड़ लौट रहे हैं। उनकी वापसी ने पहाड़ को गुलजार करने के साथ अकेलेपन से जूझ रहे बूढ़े मां-बाप के कलेजे को ठंडक दी है। वहीं, सरकार ने उन्हें राशन और रोजगार के मौके भी खोले हैं। यही नहीं लौटे अधिकांश युवा खेती, स्वरोजगार और स्थानीय उद्योगों में काम मिलने पर पहाड़ छोड़ने के इच्छुक नहीं है, जो कोरोनाकाल में पहाड़ के गांव-कस्बे बल्कि पूरे राज्य की उन्नति के लिए सुखद संकेत है।