मुंबई में दौड़ी मेट्रो, यात्रियों को रखना होगा इन बातों का ध्यान
मुंबई । मुंबई में सोमवार से एक बार फिर मेट्रो दौड़ेगी. मुंबई मेट्रो कोविड-19 महामारी के चलते मार्च से बंद है. यानी कि लगभग छह महीने बाद एक बार फिर से वर्सोवा-अंधेरी-घाटकोपर कॉरिडोर पर मेट्रो रेल का संचालन हो सकेगा. मुंबई मेट्रो वन प्राइवेट लिमिटेड ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा है कि वह इस रूट पर 19 अक्टूबर से अपनी सेवा शुरू करेगी।मुंबई में 11.7 किमी. लंबी मेट्रो लाइन रोज 4.5 लाख से अधिक यात्रियों को सफर कराती है. हालांकि मौजूदा समय में इसमें यात्रियों की संख्या कम होगी. मुंबई मेट्रो ने कोरोना संक्रमण को देखते हुए मेट्रो में सफर करने वाले यात्रियों की संख्या घटाकर 300 कर दी है।मुंबई मेट्रो की नई गाइडलाइन के मुताबिक मेट्रो सेवा सुबह 8.30 से रात 8.30 बजे तक यात्रियों के लिए उपलब्ध होगी. यात्रियों को उनके गंतव्य स्थान तक पहुंचाने के लिए हर साढ़े छह मिनट में घाटकोपर से वर्सोवा के बीच ट्रेन चलेगी. नॉन पीकआवर में मेट्रो करीब आठ मिनट के अंतर से चलेगी. सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के लिए अब एक ट्रेन में केवल 300 यात्रियों को ही सफर की अनुमति होगी।मेट्रो प्रशासन ने यात्रियों की संख्या और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के लिए फिलहाल 200 के करीब फेरी चलाने का फैसला लिया है. हालांकि पहले घाटकोपर से वर्सोवा के बीच मेट्रो रोजाना करीब 400 चक्कर लगाती थी. स्टेशन परिसर में यात्रियों से नियमों का पालन करवाने के लिए मेट्रो प्रशासन ने सभी स्टेशनों पर यात्री के प्रवेश और निकासी का द्वार तय किया है. केवल उसी से यात्रियों को आने-जाने की अनुमति होगी।बीमार यात्रियों को मेट्रो में सफर करने की अनुमति नहीं दी गई है. इसलिए परिसर में प्रवेश करने से पहले सभी यात्रियों को शरीर के तापमान की जांच करवानी होगी. यात्रियों के लिए सफर के दौरान मास्क पहनना अनिवार्य होगा. ट्रेन के अंदर लोगों के बैठने के लिए एक सीट छोड़ कर व्यवस्था की गई है. स्टैंडिंग यात्रियों के लिए कोच के भीतर मार्किंग की गई है। कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए मेट्रो प्रशासन ने एक चक्कर के बाद पूरी ट्रेन और हर दो घंटे में स्टेशन परिसर को सैनेटाइज करने का निर्णय लिया है. इसके अलावा मेट्रो के दरवाजे सभी स्टेशनों पर एक मिनट के लिए खोले जाएंगे, जिससे कि अंदर की हवा बाहर निकल सके।
क्यू आर कोड के माध्यम से यात्रियों को स्टेशन में प्रवेश मिलेगा. इसके अलावा टिकट के लिए डिजिटल पेमेंट की व्यवस्था की गई है. यात्रियों को डिजिटल टिकट, स्मार्ट कार्ड या फत् कोड टिकट का इस्तेमाल ही करना होगा. कोई भी प्लास्टिक टोकन जारी नहीं किए जाएंगे। कोच के अंदर का तापमान 25-27 डिग्री सेल्सियस रखा जाएगा. यात्रियों को आरोग्य सेतु ऐप का इस्तेमाल करने की सलाह दी गई है।