मसीह समाज ने कांग्रेस से विधानसभा चुनाव में मांगा टिकट

देहरादून। पत्रकार बंधु मेरे भाइयों मेरे दोस्तों मुझे बहुत खुशाी है कि आप लोग हमारी एक ही आवाज पर हमारे प्रेस वार्ता करने के लिये पहुंचे है इसके लिए मै आपका आभारी हूॅ मै व मेरा संगठन चुनाव के विषय में आपसे बात करना चाहता था और आप के माध्यम से केंद्र के कांगे्रस पार्टी के हाईकमान आलाकमान नेताओं वह प्रदेश के बडे नेताओ तक अपनी बात समाचार पत्र व टी0वी चैनल के माध्यम से पहॅुचाना चाहते है क्योकि आज तक हमारी कोई भी बात कांग्रेस  पार्टी के अंदर नही सुनी जा रही है और हमारे प्रदेश के नेता हमारी बात को लेकर आलाकमान हाईकमान तक नही पहॅुचा रहे है जिस कारण आज हम मसीह समाज अपने आप को ठगा हुआ सा महसूस कर रहे है क्योकि ईसाई समुदाय एक ऐसा समुदाय है जो कांगेे्रस को हमेशा वोट देता रहा है। परंतु कांग्रेस पार्टी ने कभी भी 70 में से 1 सीट के लिए भी हमे टिकट नही दिया है जबकि कांग्रेस का यह नारा है हम हर समाज सर्व धर्म को साथ लेकर चलते है वा इससे कांग्रेस की मानसिकता सामने आती है ,कि 2002 से 2007 तक किसी एक व्यक्ति को भी ईसाई समुदाय से या ईसाई समुदाय के समर्थन से विधानसभा या लोकसभा का आज तक कोई भी टिकट नही दिया गया सभी धर्म सभी जाति के व्यक्तियों को कांग्रेस पार्टी टिकट देती है पर एक इतनी बडी संख्या में उत्तराखण्ड में ईसाई समुदाय निवास करता है और 70 के 70 विधानसभाओं में ईसाई समाज का वोट बैंक है चाहे वह कम है चाहे वह ज्यादा है पर है जरूर और जहां पर उत्तराखण्ड में थोडा ही मामूनी अंतर से सीटें जीती व हारी जाती है ऐसी स्थिति में कांग्रेस पार्टी ने पिछले चुनाव में जब ईसाई समुदाय की सहमति से राजपुर सीट पर अर्जुन कुमार को प्रत्याशी ना बनाकर बहुत बडी भूल की थी । जिसकी हानि कांग्रेस  को उठानी पडी थी, क्योकि ईसाई समाज ने अपने आप को बहुत ठगा महसूस किया था क्योंकि कांग्रेस ने एक भी सीट पर ईसाई समाज के समर्थित या ईसाई समाज के व्यक्ति को टिकट नही देकर जिसकी नाराजगी के चलते ईसाई समाज ने अपना वोट कांग्रेस को ना देकर अलग हट गए थे और कुछ सीटों पर खुद चुनाव में उतरे थे। जिस कारण कांग्रेस पार्टी केवल 11 ही सीट पर सफलता प्राप्त कर पाई और 59 सीटों पर हार का मुंह देखना पडा और यह केवल इस कारण हुआ क्योकि जो वोट बैंक 100% कांग्रेस को जाता था उनके अंदर भारी नाराजगी थी क्योंकि उनकी सहमति से 70 विधानसभा सीटों में से एक भी टिकट ईसाई समुदाय की सहमति से नही दिया था । आप लोगो के माध्यम से हम एक बार फिर से कांगे्रस पार्टी से यह अनुरोध करते है कि शीघ्र अति शीघ्र हमारी सहमति से भाई अर्जुन कुमार झाझरा , देहरादून के रहने वाले है उन्हें कांग्रेस अपना प्रत्याशी सहसपुर विधानसभा न0 17 अथवा राजपुर विधानसभा न0 20 से अपना प्रत्याशी घोषित करें क्योंकि इनकी पत्नी खुद ईसाई समाज से है और अर्जुन कुमार खुद एक दलित अनुसुचित जाति है इसलिए कि अर्जुन कुमार को कांग्रेंस पार्टी अपना प्रत्याशी घोषित करें अन्यथा ईसाई समाज कांग्रेस  से बहुत दूर चला जाएगा । और प्रेस के माध्यम से यह बताना चाहते है कि उत्तराखण्ड के अंदर लगभग 20 सीटो पर हम अपना पार्टी का प्रत्याक्षी चुनाव लडने हेतु उतरेंगे। क्योंकि कांग्रेस पार्टी लगातार ईसाई समाज से खिलवाड  करती चली आ रही है सन 2002 से अब तक किसी भी तरह से कांगे्रस पार्टी ने हमे कोई भी प्रतिनिधित्व करने वाला व्यक्ति नही दिया है जो हमारा विधानसभा में प्रतिनिधित्व करके हमारी आवाज को उठा सकें और केवल टिकट वितरण से पहले हमे यह आश्वासन दिया जाता रहा है कि तुम्त्हे सरकार बनने पर सरकार में राज्य मंत्री का दर्जा दे देंगे। तथा संबठन में ले लेंगे जोकि हम ईसाई समाज को कतई भी मान्य नही है क्योंकि जब और अन्य समाज को विधानसभा में प्रतिनिधत्व करने का मौका देकर टिकट वितरण करती है तो ईसाई समाज को विधनसभा से क्यो वंक्षित रखा जाता है । पिछले विधान सभा चुनाव 2017 में कुमाउ मंडल के खटिमा विधानसभा क्षेत्र में भाई रमेश कुमार मैक्स स्वतंत्र प्रत्याक्षी के रूप में चुनाव लड रहे थे उस समय भी रमेंश कुमार मैक्स को पूर्व प्रदेश अध्यक्ष श्री किशोर उपाध्याय जी व कुमारी शैल्जा जी के कहने पर मै अपना चुनाव छोडकर किशोर उपाध्याय जी के क्षेत्र सहसपुर में चुनाव मे मदद करने पहॅुच गया और अपना चुनाव सरेन्डर कर दिया परंतु उसके बावजूद भी हमारे समाज को कांग्रेस पार्टी द्वारा केवल आश्वासन ही मिला इसके अलावा कुछ नही मिला। मै व मेरा संगठन आप लोगो के माध्यम से पुनः एक बार फिर कांग्रेस पार्टी से अपील करता है कि यदि ईसाई समाज की अंदेखी की गई तो यह नारा होगा टिकट नही तो बोट समाज का वोट भी नही ।

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