50 हजार का इनामी माओवादी देवेंद्र चम्याल गिरफ्तार
हल्द्वानी : चोरगलिया क्षेत्र से महिला समेत दो संदिग्ध माओवादियों को पुलिस ने पकड़ लिया। इनमें से एक के 10 साल से फरार चल रहे अल्मोड़ा के बाड़ेछीना क्षेत्र निवासी 50 हजार रुपये का इनामी देवेंद्र सिंह चम्याल होने की संभावना है। हालांकि पुलिस अफसर कुछ खुलकर नहीं बता रहे हैं। नैनीताल व ऊधमसिंह नगर जिले की पुलिस के साथ ही खुफिया एजेंसियां उनसे चोरगलिया थाने में पूछताछ में जुटी हैं।
शनिवार शाम खुफिया एजेंसियों को चोरगलिया क्षेत्र में एक महिला व पुरुष के माओवादी गतिविधियां संचालित करने की जानकारी मिली। सटीक सूचना पर चोरगलिया थानाध्यक्ष संजय जोशी के नेतृत्व में पुलिस टीम ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस व खुफिया एजेंसियों को शक है कि पकड़ा गया संदिग्ध देवेंद्र सिंह चम्याल है जबकि महिला के बारे में पता लगाया जा रहा है। पुलिस उनके पहचान पत्र जुटाने की कोशिश कर रही है।
एसपी सिटी हल्द्वानी, एसपी सिटी ऊधमसिंह नगर, सीओ लालकुआं, सीओ हल्द्वानी, सीओ सितारगंज समेत कई थानों की पुलिस भी उनसे बंद कमरे में पूछताछ कर रहा है। डीआइजी पूरन सिंह रावत ने भी संदिग्ध पुरुष के देवेंद्र चम्याल होने की आशंका जताई।
देवेंद्र और खीम सिंह बोरा वर्ष 2007 में चोरगलिया के हंसपुर खत्ता में ट्रेनिंग कैंप चलाने के मामले में नामजद हुए थे। तब से कई जिलों की पुलिस व खुफिया एजेंसियां उनकी तलाश में हैं। दोनों पर 50 हजार रुपये का इनाम है। पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान नैनीताल जिले के धारी, ओखलकांडा के अलावा अल्मोड़ा जिले के सोमेश्वर, द्वाराहाट व एक गांव में माओवादियों ने चुनाव विरोधी पर्चे चस्पा करने के साथ ही वालपेंटिंग भी की थी। तब भी इन दोनों के नाम सामने आए थे।
ठिकाने बदलते रहता है देवेंद्र
सूत्रों के मुताबिक पूछताछ में पता चला है कि देवेंद्र कुछ समय छत्तीसगढ़ में भी माओवादी गतिविधियों में लिप्त रहा। साथ ही ऊधमसिंह नगर, नैनीताल, अल्मोड़ा, पिथौरागढ़ आदि जिलों में पहचान छुपाकर अपने संगठन को मजबूत करने में जुटा रहा। इस दौरान वह अपने कार्यकर्ता तैयार करने के बाद ठिकाना बदलकर दूसरी जगह दूसरे नाम से रहने लगता और नए लोगों को जोड़ने की कोशिश करता रहा।