डीजल के रेट बढ़ने के कारण कई निजी बस ऑपरेटरों ने किराया बढ़ाया
देहरादून । डीजल के रेट बढ़ने के कारण कई निजी बस ऑपरेटरों ने खुद ही किराया बढ़ा दिया है। अभी किराया बढ़ोतरी को लेकर शासन से गठित समिति प्रस्ताव तैयार कर रही है। इससे पहले ही निजी बस ऑपरेटर प्रमुख बस स्टेशनों के बीच यात्रियों से 10 रुपये तक बढ़ा हुआ किराया लेने लगे हैं। बस आपरेटर अधिकारिक रूप किराया बढ़ोतरी की बात नहीं मान रहे हैं। राज्य परिवहन प्राधिकरण यानी एसटीए ने फरवरी 2020 में किराया बढ़ाया था। तब निजी बसों का किराया 1.50 रुपये प्रति किमी प्रति यात्री तय किया था। कोविड कफ्र्यू से पहले प्रति किमी 1.70 रुपये प्रति यात्री किराया वसूला जा रहा था। कोविड कर्फ्यू में ढील के बाद से परिवहन सेवाएं शुरू होने पर निजी कंपनियां 1.80 रुपये प्रति किमी किराया लेने लगे। हाल में दस पैसे की बढ़ोतरी की गई है। जो शासन से तय किराए से 30 पैसा ज्यादा है। दून से लंबगांव के सफर में बस कंडक्टर ने बताया कि डीजल के दाम बढ़ने की वजह से यह मामूली बढ़ोतरी की गई है। क्योंकि उनकी बसों में रोडवेज से कम किराया है। इधर, आरटीओ प्रशासन दिनेश पठोई का कहना है कि निजी कंपिनयों ने यदि किराया बढ़ाया है तो यह गलत है। ऐसा होने पर सभी कंपनियों को नोटिस भी भेजा जाएगा। निजी बसों का किराया फरवरी 2020 से नहीं बढ़ा था। अब किराया बढ़ाने का प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है।
इनका किराया बढ़ाया
देहरादून से ऋषिकेश का किराया पहले 50 रुपये था, जो अब बढ़कर 60 रुपये प्रति यात्री हो गया है। श्रीनगर का 240 से 250 रुपये, उत्तरकाशी का 250 से 260 रुपये, रुद्रप्रयाग का 300 से 310, लंबगांव का 230 से 240 रुपये और चंबा का 160 से 170 रुपये हो गया है। इसी तरह ऋषिकेश और हरिद्वार से चलने वाली बसों के किराया में भी बढ़ोतरी की गई।