चंद्रशेखर राव के तीसरा मोर्चा को मिला, ममता, ओवैसी और सोरेन का साथ
हैदराबाद : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने तेलंगाना के अपने समकक्ष के चंद्रशेखर राव का समर्थन करने का वादा किया. राव ने एक दिन पहले ‘‘गुणवत्तापूर्ण बदलाव’’ के लिए राष्ट्रीय राजनीति में भागीदारी की इच्छा प्रकट की थी. वहीं ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि अगले लोकसभा चुनाव के बाद क्षेत्रीय दल सरकार गठन के लिहाज से महत्वपूर्ण होंगे और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव इसमें अहम भूमिका निभाएंगे.
ओवैसी नेे दावा किया कि कांग्रेस 2009 के चुनाव के बाद वादे पूरे करने में नाकाम रही और 2014 में केंद्र की सत्ता में आने के बाद से भाजपा लोगों की उम्मीदों पर खरी नहीं उतरी. आधिकारिक बयान के मुताबिक, झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री झारखंड मुक्ति मोर्चा के हेमंत सोरेन और महाराष्ट्र से दो सांसदों ने भी राव के बयान का स्वागत किया. राव के साथ टेलीफोन पर वार्ता में तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता ने अपनी ओर से पूर्ण समर्थन का वादा किया और कहा कि वह तेलंगाना राष्ट्र समिति के प्रमुख से सहमति जताती हैं कि देश की राजनीति में गुणवत्तापूर्ण बदलाव लाने की जरूरत है.
बयान के मुताबिक उन्होंने राव से कहा, ‘‘हम आप से एकमत हैं. आपके साथ रहेंगे.’’ पूर्वोत्तर के तीन राज्यों में वाम और कांग्रेस की हार के बाद संवाददाता सम्मेलन में शनिवार को राव ने तीसरा मोर्चा जैसा मंच बनाने का संकेत दिया था. टीआरएस प्रमुख ने कहा कि वह बदलाव लाने के लिए राष्ट्रीय राजनीति में भागीदारी करना चाहते हैं और समान सोच वाले दलों का एक मंच गठित करने के लिए दूसरों के साथ बातचीत कर रहे हैं.
ओवैसी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘‘इसलिए मुझे लगता है कि जब भी संसदीय चुनाव होंगे, क्षेत्रीय दल एक बेहद, बेहद महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे.’’
उन्होंने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि चंद्रशेखर राव संसदीय चुनाव से पहले और उसके बाद एक अहम भूमिका निभाएंगे. मुझे लगता है कि देश क्षेत्रीय दलों की तरफ देख रहा है. देश उन दलों की तरफ देख रहा है जो भाजपा एवं कांग्रेस के खिलाफ हैं.’’