सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा-श्रीश्री रविशंकर से राम मंदिर मसले पर नहीं हुई कोई बात
लखनऊ । अध्यात्मिक गुरु श्रीश्री रविशंकर को अयोध्या में राम मंदिर तथा बाबरी मस्जिद विवाद पर बात से समस्या हल करने के प्रयास को झटके लग रहे हैं। कल लखनऊ में उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ मुलाकात की। माना जा रहा था कि राम मंदिर मामले को लेकर बात हुई होगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रीश्री रविशंकर से साथ हुई मुलाकात को आज औपचारिक बताया। अयोध्या में राम मंदिर और बाबरी मस्जिद विवाद पर श्री श्री रविशंकर की मध्यस्थता की कोशिश पर कहा कि सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अब बातचीत में देर हो चुकी है। एक टीवी चैनल से बातचीत में योगी आदित्यनाथ ने कहा कि श्री श्री रविशंकर से मुलाकात के दौरान राम मंदिर के मसले पर विस्तार से कोई बातचीत नहीं हुई।
उन्होंने कहा कि यह सिर्फ शिष्टाचार मुलाकात थी। पूर्व परिचित होने के कारण यह एक औपचारिक मीटिंग थी। बातचीत से यदि इस मसले का समाधान संभव होता तो बहुत पहले ही हो गया होता। फिर भी कोई बातचीत की पहल करता है तो इसमें कोई बुराई नहीं है। योगी आदित्यनाथ के इस रवैये को श्री श्री के सुलह के प्रयासों के लिए झटका माना जा रहा है।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मैंने अयोध्या के अपने पहले दौरे पर ही कह दिया था कि यदि दोनों पक्ष किसी सहमति के बाद सरकार के पास आते हैं तो सरकार इस पर कुछ कर सकती है, लेकिन सरकार इस मामले में पक्ष नहीं है।
श्री श्री रविशंकर ने सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की थी। इससे पहले कल लखनऊ में ही सुन्नी वक्फ बोर्ड ने श्री श्री रविशंकर से मुलाकात करने से इनकार कर दिया था।
सुप्रीम कोर्ट में 5 दिसंबर से होगी प्रतिदिन सुनवाई
सुप्रीम कोर्ट में 5 दिसंबर से अयोध्या मसले पर हर दिन सुनवाई होगी। इससे पहले 30 अक्टूबर, 2008 को इलाहाबाद हाई कोर्ट ने विवादित भूमि को तीन हिस्सों में विभाजित करते हुए दो हिस्सों को राम मंदिर के पैरोकारों और एक हिस्सा बाबरी मस्जिद के पैरोकारों को सौंपने का आदेश किया था।