मैनुपरी में रोटी बनाने वाले तवे से युवा उद्यमी की हत्या कर लाखों की लूट
मैनपुरी । बदमाशों ने गुरुवार रात शहर के प्रमुख उद्यमी घराने के यहां धावा बोल पुलिस को चुनौती दे दी। बदमाशों ने लोहे के तवे से हमलाकर युवा उद्यमी की हत्या कर दी, उनकी बुजुर्ग मां को मरणासन्न कर लाखों की लूट कर ली। परिवार में मां और बेटा ही थे। डॉग स्क्वॉड और फॉरेंसिक विशेषज्ञों ने सबूत जुटाने के प्रयास किए।
शहर के पहले औद्योगिक घराने तापडिय़ा परिवार की तीसरी पीढ़ी के मुरली तापडिय़ा (35) अपनी मां बसंती देवी उर्फ बिट्टो देवी (65) के साथ शहर की पॉश कॉलोनी अवध नगर में तापडिय़ा मिल पर ऊपरी मंजिल पर बने कमरों में रहते थे। सुबह सात बजे घरेलू नौकर सिनोद के पहुंचने पर घटना की जानकारी हुई। बिस्तर पर मुरली तापडिय़ा का खून से लथपथ शव पड़ा था। उनके सिर पर प्रहार किया गया था।
पास में ही फर्श पर मां बसंती देवी गंभीर रूप से घायल पड़ी थीं। मुरली के सिर पर रोटी बनाने वाले तवा से वार किया गया था। वारदात के बाद बदमाश तवा वहीं फेंककर भाग गए। घर का सामान बिखरा था, अलमारी और बक्से खुले पड़े थे। वारदात के बाद बदमाशों द्वारा लाखों रुपये का माल लूटने की आशंका जताई जा रही है। उधर, बसंती देवी को सैफई में उपचार के लिए भर्ती कराया गया है। मुरली तापडिय़ा के परिवार के सीताराम तापडिय़ा ने अज्ञात बदमाशों के खिलाफ हत्या और लाखों की लूट की रिपोर्ट दर्ज कराई है। एसपी राजेश एस. ने बताया कि मामले की जांच के लिए एएसपी के नेतृत्व में टीम गठित कर दी गई है। जल्द ही राजफाश कर दिया जाएगा।
जिले का पहला उद्योग घराना
वर्ष 1940 में मुरली तापडिय़ा के बाबा बालचंद्र तापडिय़ा व उनके भाई चंदन मल तापडिय़ा राजस्थान के जिला चुरू के गांव सांडवा से मैनपुरी आए थे। पहले उन्होंने छोटा-मोटा कारोबार किया, कुछ साल बाद तापडिय़ा मिल के नाम से जिले में पहला राइस मिल स्थापित की। यहीं पहला ऑयल मिल भी लगाया गया। बालचंद्र तापडिय़ा के बाद उनके बेटे रामेश्वर दयाल ने कारोबार संभाला। उनकी पहली पत्नी के चार बेटे हैं। पत्नी की मौत के बाद उन्होंने दूसरा विवाह बसंती देवी के साथ किया। दूसरी पत्नी बसंती देवी से मुरली, संतोष व एक बेटी हुई। संतोष व बेटी की मौत हो चुकी है। मुरली अपनी मां के साथ अकेले रहते थे। शंकर लाल व पुरुषोत्तम गुवाहाटी में कारोबार करते हैं।