विधायकों को संगठन के पास आना चाहिए: अजय भट्ट
देहरादून : बुधवार को मेयर विनोद चमोली के जिलाधिकारी कार्यालय में सरकार को दिखाए गए तेवर शायद संगठन को भी पसंद नहीं आए हैं। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट का कहना है कि पार्टी शासन में हैं। ऐसे में विधायकों को जिलाधिकारी के पास जाने की जरूरत नहीं। उन्हें मुख्यमंत्री के पास जाना चाहिए या फिर प्रदेश अध्यक्ष के पास। जो काम होने हैं, वहां हो जाते हैं। पब्लिक के कामों का निराकरण सत्ता पक्ष को बैठ कर चाहिए। धरना प्रदर्शन नहीं करना चाहिए।
गुरुवार को भाजपा प्रदेश मुख्यालय में बीते रोज जिलाधिकारी देहरादून प्रकरण के विषय में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि अगर विधायक डीएम को बुलाते हैं तो डीएम जरूर आएंगे। यदि विधायक डीएम से कहते हैं कि वे उनसे मिलने आ रहे हैं तो उसका विशेष समय होता है। जनता का प्रतिनिधि होने के नाते जनता का दबाव होता है लेकिन यह काम बैठ कर होने चाहिए। उन्होंने कहा कि इस घटना से यह नहीं सोचना चाहिए कि अधिकारी, जनता व सरकार की नहीं सुन रहे हैं।
जो अधिकारी सही काम नहीं कर रहा है अथवा न्याय संगत काम नहीं कर रहा है तो जनता इसके लिए एक पत्र मुख्यमंत्री अथवा प्रदेश अध्यक्ष को दे। यदि यह तथ्यों पर आधारित होगा तो कार्यवाही जरूर की जाएगी। उन्होंने कहा कि नाजायज बातों के लिए वे किसी का साथ नहीं देंगे, भले ही वह सगा भाई ही क्यों न हो। यह जनता की सरकार है, जनता ने ही इसे चुना है। इसमें भी अधिकारी नहीं मानेंगे, ऐसा कैसे हो सकता है। इसके बावजूद भी यदि ऐसा कुछ होता है तो संगठन देखेगा कि सेतु बनने में कहां कमी रह गई।
बुद्धिजीवियों से भी मिलेंगे राष्ट्रीय अध्यक्ष
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह अपने उत्तराखंड दौरे के दौरान सभी मंत्रियों, सांसदों व विधायकों से मिलेंगे। इस दौरान संगठन उनकी बुद्धिजीवियों के साथ भी बैठक कराने की तैयारी कर रहा है। इसके लिए उनसे अनुमति मांगी गई है। उन्होंने कहा कि इस बैठक में लेखक, वकील व पत्रकारों को शामिल किया जाएगा। भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष के गरीब दलित के घर में भोजन करने के संबंध में उन्होंने कहा कि वे भोजन जरूर करेंगे। इसके लिए यह देखा जाएगा कि वह व्यक्ति गरीब हो न कि कि खुद को गरीब दिखा रहा हो।