कोरोना की कदमताल के बीच विधान सभा सत्र 23 से
देहरादून । उत्तराखंड विधानसभा का मानसून सत्र 23 सितंबर को हो रहा है। पहले कार्यक्रम तीन दिन का था, मगर कोरोना जो न कराए, कम है। सत्र अब एक ही दिन में समेट दिया गया है। सत्तापक्ष के दर्जनभर विधायक तो संक्रमण की जद में आ ही चुके हैं, अब खुद स्पीकर भी संक्रमित पाए गए हैं। विपक्ष कांग्रेस भी पॉजिटिव दिख रही है। नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश और विधायक हरीश धामी कोरोना संक्रमित हो गए हैं। पीपीसी चीफ और विधायक प्रीतम सिंह भी एकांतवास में चले गए हैं। महज 11 के आंकड़े वाली कांग्रेस की कमान सदन में उपनेता करण माहरा संभालेंगे। छह महीने के भीतर सत्र की बाध्यता है, लिहाजा आयोजन जरूरी है। सत्र की अवधि को लेकर विपक्ष कांग्रेस ने सरकार पर कितने भी आरोप मढ़े, मगर फिर उसे परिस्थितियों को समझना ही पड़ा। कोरोनाकाल में सत्र का आयोजन, विधानसभा सचिवालय के लिए यह भी कम बड़ी उपलब्धि नहीं।कुंभ जैसा बड़ा आयोजन, जिसमें करोड़ों श्रद्धालु पुण्य कमाने पहुंचते हैं, वह भी कोरोना संकट की छाया से अछूता नहीं रहा। कुंभ में प्रवेश के लिए सरकार को पास की व्यवस्था का निर्णय करना पड़ा। हालांकि, संत-महात्माओं से बातचीत के बाद सरकार ने साफ किया है कि कुंभ परंपरानुसार शुभ लग्न में होगा, लेकिन भीड़ के लिहाज से यह जरूर नियंत्रित होगा। वैसे भी सूबे में कोरोना के बढ़ते मामलों ने पेशानी पर बल डाले हुए हैं। फिर कोरोना के जल्दी से थमने की उम्मीद भी नजर नहीं आ रही है। ऐसे में कुंभ में भारी भीड़ का उमडना कोरोना संक्रमण के लिहाज से जोखिमभरा हो सकता है। लिहाजा, सरकार ने तय किया कि कुंभ में पास के जरिये ही श्रद्धालुओं को प्रवेश मिलेगा। यह व्यवस्था कैसे अमल में लाई जाएगी, संत-महात्माओंसे विमर्श के बाद तय होगा। अब सबकी नजरें इस पर टिकी हैं कि व्यवस्था का क्रियान्वयन कैसे होगा।