कुमार विश्वास ने अरविंद केजरीवाल पर किए ताबड़तोड़ हमले, गुप्ता से लेकर पार्टी कल्चर पर उठाए सवाल
नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी पिछले कुछ समय से लगातार बाहरी और भीतरी आघात झेल रही है. पार्टी के ही नेता कभी पार्टी तो कभी पार्टी के उच्च पदस्थ लोगों पर हमले कर रहे हैं. उधर, पिछले एक हफ्ते में पार्टी अपने 20 विधायकों के अयोग्य ठहराए जाने की घटना से निपटने की रणनीति पर काम कर रही है. पार्टी इसे कानूनी और लोगों के बीच लड़ने को तैयार है. ऐसे में पार्टी के संस्थापक सदस्यों में से एक कुमार विश्वास पार्टी के वरिष्ठ नेताओं पर लगातार हमले कर रहे हैं. उनकी बातों में इशारों इशारों में हमला पार्टी प्रमुख और संयोजक तथा दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल पर ही रहा है.
ताजा हमला यूपी के इटावा में एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे आम आदमी पार्टी के नेता और कवि डॉक्टर कुमार विश्वास ने सोमवार को आप के 20 विधायकों की सदस्यता रद्द होने पर दुख जताया और कहा कि एक कार्यकर्ता होने के नाते मुझे अफसोस है लेकिन वह अवैध है या वैध मैं उस पर टिप्प्णी नहीं कर सकता. उन्होंने इसका कारण बताते हुए कहा कि पिछले 2 महीने पहले से ही पार्टी ने मुझसे दूरी बना ली थी.
वहीं, राष्ट्रपति की इस आप विधायकों को अयोग्य ठहराने की सिफारिश मंजूर किए जाने के मामले पर कुमार विश्वास ने किसी भी प्रकार की टीका टिप्पणी से मना कर दिया.
उन्होंने कहा कि यह हमारा संवैधानिक उत्तरदायित्व है कि राष्ट्रपति भवन पर टीका टिप्पणी न की जाए. इससे भारतीय अस्मिता पर सवाल उठता है. वहीं, आम आदमी पार्टी से राज्यसभा के टिकट न मिलने के सवाल पर विश्वास ने कहा कि एक कवि कभी हाशिये पर नहीं रहता. मैंने हमेशा गलत को गलत और सही को सही कहा है. इस समय सभी पार्टियों में जी साहब का कल्चर चल रहा है. इस समय हमारी पार्टी में भी आंदोलन के बाद कुछ बाहर से सपा बसपा और कांग्रेस से आये हुए सत्ता के अनुचरों ने सुप्रीमो पद्धति लागू करने का प्रयास किया है.
वहीं, पार्टी में आये हुए गुप्ता बंधुओ पर तंज कसते हुए विश्वास ने कहा कि इस समय पार्टी में अजगर वाले लोग आए हैं जो मेरी तरह पार्टी के लिए रैली करेंगे और शायद भीड़ को वोट में परिवर्तित कर 20 की 20 सीटें जिताकर मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी का मुंह बंद कर देंगे.
किसी अन्य पार्टी द्वारा राज्यसभा भेजे जाने के प्रस्ताव के बारे में पूछे जाने पर कुमार विश्वास ने कहा कि मैं ऐसी पारम्परिक पार्टियों में नहीं जाने वाला जिनसे असहमत होकर मैंने आम आदमी पार्टी बनाई थी. मैं एक कवि के रूप में अभी इतना छोटा नहीं हो गया हूं.