जानिए किन कारणों से होती है बवासीर की समस्या, समय रहते कराएं इलाज
बवासीर होने पर एनस के अंदर और बाहरी हिस्से की शिराओं में सूजन आ जाती है। इसकी वजह से गुदा के अंदरूनी हिस्से में या बाहर के हिस्से में कुछ मस्से जैसे बन जाते हैं, जिनमें से कई बार खून निकलता है और दर्द भी होता है। आमतौर पर लोग यह बीमारी होने पर जल्दी से कहने में हिचकिचाते हैं या फिर इसे नजरअंदाज करते हैं। जिसके कारण व्यक्ति को कब्ज, मल त्याग के दौरान दर्द व जलन व अन्य कई तरह की समस्याएं होती है। वैसे तो बवासीर की समस्या किसी को भी हो सकती है, लेकिन अगर आप जानना चाहते हैं कि बवासीर की परेशानी किन कारणों से होती है तो चलिए आज हम आपको इस बारे में बता रहे हैं−
रक्तवाहिकाओं पर दबाव
बवासीर का कारण एनस व इसके आसपास रक्त वाहिकाओं पर अतिरिक्त दबाव होता है। कई बार अगर किसी व्यक्ति में लम्बे समय तक कब्ज होती है और मल त्याग के दौरान व्यक्ति को अतिरिक्त दबाव देना पड़ता है। ऐसे में मलाशय और एनल कैनल के भीतर रक्तवाहिकाओं पर दबाव बढ़ जाता है और उन्हें सूजन व दर्द होता है। अंततरू व्यक्ति को बवासीर की शिकायत होती है।
खड़े रहना
जिन लोगों को लंबे समय तक खड़े रहना पड़ता है या फिर भारी वजन उठाना पड़ता है, उन्हें भी बवासीर की समस्या का सामना करना पड़ता है। इसलिए अगर आपका काम कुछ ऐसा है तो लगातार खड़े रहने के स्थान पर कुछ समय के लिए ब्रेक लें।
प्रेग्नेंसी
प्रेग्नेंसी के दौरान महिला में कई तरह के हार्मोनल बदलाव होते हैं। इतना ही नहीं, अधिकतर गर्भवती महिलाओं को गर्भावस्था में कब्ज की शिकायत लंबे समय तक बनी रहती है। ऐसे में उन्हें बवासीर होने की संभावना भी बढ़ जाती है। अधिकतर महिलाओं को गर्भावस्था में बवासीर की समस्या का सामना करना पड़ता है। इतना ही नहीं, कुछ महिलाओं में नार्मल डिलीवरी के बाद भी पाइल्स की समस्या हो सकती हैं।
मोटापा
यह तो हम सभी जानते हैं कि मोटापा कई बीमारियों की जड़ है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि मोटापे के कारण व्यक्ति को बवासीर की समस्या हो सकती है। इसलिए अगर आप चाहते हैं कि आपको बवासीर की समस्या ना हो तो आप हेल्दी वेट मेंटेन करें। इससे आप कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं से आसानी से बच सकते हैं।