अस्पताल कें चिकित्सकों ने 21 दिन में किया सर्जरी का संतोषजनक इलाज
9 अप्रैल को अपने ऊपर पेट्रोल छिड़ककर लगा ली थी आग
देहरादून। विश्व हिन्दू परिषद धर्म प्रसार विभाग के कार्यकारी जिलाध्यक्ष चरणजीत सिंह पाहवा को आज कैलाश अस्पताल के बर्न आईसीयू से छुट्टी दे दी गयी है। 09 अप्रैल को जवालापुर हरिद्वार से मांस की कथित अवैध दुकानों को हटाने की मांग लेकर पाहवा ने 09 अप्रैल को अपने ऊपर पेट्रोल छिड़कर आत्मदाह का प्रयास
किया था। लगभग 45 प्रतिशत झुलसे चरण सिंह पाहवा को पहले जिला अस्पता
ल हरिद्वार फिर कोरोनेशन अस्पताल देहरादून और फिर कैलाश अस्पताल देहरादून के लिए रैफर कर दिया गया। डा. हरीश घिल्डियाल कैलाश अस्पाताल के वरिष्ठ चिकित्सक बर्न एवं पलास्टिक सर्जरी तथा प्रवीन वर्मा सीनियर इंटेस्विस्टि ने बताया की चरण सिंह पाहवा को काफी गंम्भीर स्थिति में कैलाश अस्पताल के बर्न आईसीयू में भर्ती किया गया था। उनका शरीर लगभग 45 प्रतिशत गहरा झुलस गया था तथा ऐसी दशा में मरीज को संक्रमण से बचाना सर्जन के लिए सबसे बड़ी चुनौती होती है। डा. हरीश घिल्डियाल ने बताया कि चरणजीत सिंह इससे पहले भी 2013 में एक जानलेवा हमले में जल गये थे और इस तरह दूसरी बार फिर जलने से त्वचा की घाव भरने की क्षमता कम हो जाती है। तथा उसमें क्रमण की संम्भावना बढ़ जाती है। चरणजीत घटना के पांच घण्टें बाद कैलाश अस्पताल में भर्ती हुए जिससे उनकों पहले 8 घण्टें में दिया जाने वाला ट्रीटमेन्ट नही दिया जा सका था। तकरीबन 21 दिनों के अस्पताल निवास में चरणजीत सिंह पाहवा ने दृढ़ इच्छाशक्ति का परिचय देते हुए इलाज में अपना पूरा सहयोग दिया अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस देहरादून के चर्चित कैलाश अस्पाताल की बर्न आईसीयू से चरण सिंह पाहवा के 21 दिनों के निवास में उनके 45 प्रतिशत झुलसें अधिकतर जख्म भर गये है।