जशोदा बेन का आनंदी बेन को जवाब
भारतीय हिन्दू नारी जिस आदर्श संस्कृति में जीती है, उसकी दुनिया में कोई मिसाल नहीं मिलती। इस आदर्श को न अपना पाने वाले अपनी खीझ इस तरह से उतारते हैं कि यह दासता की प्रवृत्ति है, पुरुष की तुलना में नारी अपने को अबला समझने लगती है, आदि-आदि, लेकिन भारतीय हिन्दू नारी को दुर्गा और गृह लक्ष्मी जैसा संबोधन उन्हीं स्त्रियों की बदौलत मिला है जो अपने आदर्श स्थापित करती हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पत्नी जशोदा बेन ने जिस त्याग और संयम से पत्नी की भूमिका निभाई, उसको गुजरात की पूर्व मुख्यमंत्री और मध्य प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल संभवतः समझ नहीं पायीं। इसीलिए उन्हांने कह दिया कि नरेन्द्र भाई मोदी ने शादी ही नहीं की है। यह बात जशोदा बेन को कैसे बर्दाश्त हो सकती थी और उन्हांने इसका बहुत ही गरिमा से पूर्ण जवाब दिया। वे चाहतीं तो महामहिम आनंदीबेन पटेल के व्यक्तिगत जीवन पर भी सवाल उठा सकती थीं लेकिन उन्हांने ऐसा नहीं किया और कहा कि मोदी जो तो मेरे राम हैं। इस प्रकार उन्होंने साबित कर दिया कि वे सचमुच सीता हैं और अपने राम को मर्यादा की स्थापना के लिए मदद कर रही हैं, ठीक उसी तरह जैसे अयोध्या के एक नागरिक ने जब आक्षेप किया तो अपने राजा राम के कर्तव्य पालन में गर्भवती होते हुए वन में महर्षि वाल्मीकि के आश्रम में रहने चली गयीं।
मध्य प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने गत दिनों एक कार्यक्रम में कहा था कि नरेन्द्र भाई मोदी ने शादी नहीं की है। राज्यपाल आनंदीबेन मध्य प्रदेश के एक गांव में आंगनबाड़ी केन्द्र की महिलाओं को संबोधित कर रही थीं। उसी समय उन्हांने कहा कि उन्होंने (मोदी जी ने) विवाह नहीं किया है, ये तो पता है न आपको, नरेन्द्र भाई ने शादी नहीं की है, मोदी अविवाहित रहते हुए भी इस बात को समझते हैं, कि महिलाओं और बच्चों को दिक्कत होती है। राज्यपाल आनंदीबेन का यह बयान भाजपा को भी असहज करने वाला बन गया था क्योंकि श्री मोदी ने 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान बनारस में नामांकन के शपथ पत्र में इस बात को स्वीकार किया था कि उनकी शादी जशोदा बेन से हुई थी। भाजपा के लोग असमंजस में थे कि राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी उनकी पार्टी की ही वरिष्ठ नेता हैं, गुजरात में मुख्यमंत्री भी रह चुकी हैं, इसलिए उनके बयान पर प्रतिक्रिया कैसे व्यक्त की जाए। जशोदा बेन पटेल ने एक तरफ भाजपाइयों के असमंजस को समाप्त कर दिया तो दूसरी तरफ भारतीय पत्नी होने का संदेश भी दिया। भारतीय पत्नी के लिए उसका पति किस रूप में होता है, यह उन्हांने बता दिया। पति उसके साथ रहे या न रहे, इससे पत्नी के आदर्श पर कोई फर्क नहीं पड़ता। जशोदा बेन ने कहा कि एक सुशिक्षित महिला अर्थात् गुजरात की पूर्व मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल द्वारा एक शिक्षक (जशोदा बेन) के बारे में इस तरह बोलना बहुत ही अशोभनीय है। सिर्फ इतना ही नहीं उनके आचरण ने भारत के प्रधानमंत्री की छवि भी धूमिल की है। वह (श्री मोदी) मेरे लिए बहुत ही सम्माननीय हैं, वह मेरे राम हैं।