राहुल गांधी का मंदिर बनाया जाना पाखंड, कांग्रेस राम के वजूद को नकारने वाली : योगी
लखनऊ । गुजरात विधानसभा के प्रथम चरण के चुनाव के अंतिम दिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ राहुल गांधी पर जमकर बरसे। राजकोट, भावनगर, सुरेंद्रनगर और आनंद जिले की अलग-अलग विधासभाओं में हुई छह जनसभाओं में मुख्यमंत्री के निशाने पर राहुल ही थे। योगी ने राहुल का मंदिर-मंदिर बनाए जाने को घोर पाखंड बताया और कहा कि उनकी पार्टी (कांग्रेस) तो भगवान श्रीराम के वजूद को ही नकार चुकी है। सुब्रमण्यम स्वामी ने जब राम सेतु को तोड़े जाने का विरोध किया था तब कांग्रेस ने ही सुप्रीम कोर्ट में राम के वजूद को काल्पनिक होने का हलफनामा दिया था।
राम-राम से शुरू राम नाम सत्य से खत्म
योगी ने कहा कि कांग्रेस ने तो सोमनाथ मंदिर के जीर्णोद्धार के लिए की गई पहल के लिए सरदार वल्लभ भाई पटेल का भी विरोध किया था। वह अयोध्या में राम मंदिर भी नहीं बनने देना चाहती। चाहती तो अब तक कभी का वहां भव्य मंदिर बन चुका होता। रही हमारी बात तो मैं तो राम, कृष्ण की भूमि और गोरखधाम से आया हूं। कृष्ण और गुजरात के रिश्ते से हर कोई वाकिफ है। द्वारिका को कृष्ण ने ही बसाया था। हमारी तो शुरुआत और अंत राम के नाम से होती है। किसी से मिलने पर हम उसका अभिवादन राम-राम से करते हैं। अंतिम यात्रा में ही राम नाम सत्य ही बोलते हैं। राहुल को 1995 के बाद गुजरात में हुआ चौतरफा विकास नहीं दिखता। दरअसल विकास देखना इनकी फितरत नहीं है। कांग्रेस को तो विकास में सिर्फ अपना विकास दिखता है।
योगी की चौथी गुजरात यात्रा
योगी दो दिनों से गुजरात में हैं। चुनाव के दौरान उनकी यह चौथी गुजरात यात्रा है। इसकी वजहें भी हैं। गुजरात की 182 विधानसभाओं में करीब 60 पर उत्तर भारत के लोग निर्णायक स्थिति में हैं। इनमें से अधिकांश वहां के औद्योगिक शहरों और बंदरगाहों के पास रोजी-रोटी के लिए गये और वहीं बस गये। योगी की तमाम जनसभाएं भी इन्हीं क्षेत्रों में हुईं हैं। इन क्षेत्रों में उत्तर भारत के अन्य नेता भी लगे हुए हैं। कुछ को तो एक विधानसभा के प्रभार के साथ पास की कुछ विधानसभाओं में उत्तर भारतीयों को सहेजने का काम दिया गया है।