औद्योगिक उत्पादन दिसंबर में 7.1 प्रतिशत बढ़ा, विनिर्माण, गैर-टिकाऊ उपभोक्ता क्षेत्र में अच्छी रही वृद्धि
नई दिल्ली: विनिर्माण, पूंजीगत सामान और गैर-टिकाऊ उपभोक्ता सामानों के क्षेत्र में गतिविधियां बढ़ने से दिसंबर माह में औद्योगिक उत्पादन में 7.1 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की गई. औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) में एक साल पहले इसी माह में 2.4 प्रतिशत वृद्धि हुई थी. केन्द्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) द्वारा आज जारी आंकड़ों के अनुसार एक माह पहले नवंबर में औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि 8.4 प्रतिशत के अस्थाई आंकड़े से और सुधरकर 8.8 प्रतिशत हो गई. दिसंबर 2017 में आईआईपी की वृद्धि में विनिर्माण क्षेत्र का सबसे ज्यादा योगदान रहा.
आईआईपी में विनिर्माण क्षेत्र की हिस्सेदारी 77.63 प्रतिशत है. विनिर्माण क्षेत्र की उत्पादन वृद्धि दिसंबर में 8.4 प्रतिशत रही. जबकि एक साल पहले इसी माह में इस क्षेत्र ने 0.6 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की थी. दिसंबर में पूंजीगत सामान बनाने वाले उद्योगों के सूचकांक में तीव्र वृद्धि दर्ज की गई जो निवेश गतिविधियों में तेजी का संकेत है. माह के दौरान इस क्षेत्र की उत्पादन वृद्धि 16.4 प्रतिशत थी. एक साल पहले इसी माह इस वर्ग के सूचकांक में 6.2 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई थी.
गैर-टिकाऊ उपभोक्ता सामानों के वर्ग में भी सूचकांक 16.5 प्रतिशत चढ़ गया जो कि एक साल पहले दिसंबर में 0.2 प्रतिशत गिरा था. इस समूह में ज्यादातर त्वरित उपभोग वाले सामान आते हैं. आईआईपी में शामिल अन्य वर्गेां में प्राथमिक सामानों के वर्ग में 3.7 प्रतिशत, मध्यम वर्गीय सामान में 6.2 प्रतिशत और ढांचागत..निर्माण क्षेत्र के सामानों की वृद्धि दर 6.7 प्रतिशत रही.
दिसंबर में हालांकि टिकाऊ उपभोक्ता वस्तुओं की उत्पादन वृद्धि 0.9 प्रतिशत रही. दिसंबर 2017 में विनिर्माण क्षेत्र के 23 उद्योग समूहों में से 16 में वृद्धि दर्ज की गई.