दिवाली पर मौसम दे रहा साथ, नहीं गहरा रहा स्मॉग, एक दिन बाद बदलेगी स्थिति
नई दिल्ली । दिवाली पर इस बार आबोहवा भले प्रदूषित हो, लेकिन स्मॉग नहीं गहराएगा। इसकी वजह कुछ और नहीं, बल्कि मौसम की मेहरबानी है। दिवाली के समय इस बार न तो अभी तापमान में ज्यादा गिरावट आई है और न ही नमी की मात्रा में बहुत इजाफा हुआ है। हालांकि यह स्थिति मात्र एक दिन ही और रहने का अनुमान है, क्योंकि शुक्रवार से हवा की दिशा उत्तर-पश्चिमी से दक्षिणी-पूर्वी हो जाएगी।
मौसम और पर्यावरण विशेषज्ञ बताते हैं कि सर्दियों में जब तापमान गिरने लगता है और नमी बढ़ने लगती है तो घनी धुंध और कोहरे की स्थिति बनने लगती है। इस स्थिति में हवा पूरी तरह बंद हो जाती है और प्रदूषक तत्वों की नमी में मिलने की ऊंचाई घट जाती है। ऐसी स्थिति में प्रदूषक कण वातावरण में काफी नीचे नमी में मिलकर स्मॉग बनाते हैं, जो हवा बंद होने के कारण ठहर जाता है। लिहाजा, स्मॉग गहराने लगता है, लेकिन इस बार तापमान अधिक गिरा नहीं है और नमी भी नहीं है, इसलिए अभी तक ऐसी स्थिति नहीं बनी है।
2009 में 17 अक्टूबर को पड़ी थी दिवाली
दरअसल, पिछले सात सालों में दीपों का यह त्योहार इतनी जल्दी कभी नहीं आया। इस बार दिवाली अक्टूबर माह के तीसरे सप्ताह में ही पड़ गई है। इससे पूर्व साल 2009 में 17 अक्टूबर को दिवाली पड़ी थी। दिवाली जल्दी पड़ गई, जबकि मौसम अभी बदलना शुरू ही हुआ है।
पिछले सात सालों में दिवाली की तिथि
साल दिवाली
2009 17 अक्टूबर
2010 5 नवंबर
2011 26 अक्टूबर
2012 13 नवंबर
2013 3 नवंबर
2014 23 अक्टूबर
2015 11 नवंबर
2016 30 अक्टूबर
2017 19 अक्टूबर
दिवाली पर औसत तापमान (डि. से.)
तिथि अधिकतम न्यूनतम
11 नवंबर, 2015 29 17
30 अक्टूबर, 2016 33 15
19 अक्टूबर, 2017 (अनुमान) 34 18
वर्ष 2016 में दिवाली पर पीएम 2.5 का स्तर (माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर, अलग-अलग इलाकों के अनुरूप)
तिथि वायु प्रदूषण
9 नवंबर 122 से 136
10 नवंबर 101 से 160
11 नवंबर 99 से 215
12 नवंबर 125 से 209
13 नवंबर 126 से 186
वर्ष 2016 में दिवाली पर पीएम 2.5 का स्तर (माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर, अलग-अलग इलाकों के अनुरूप)
तिथि वायु प्रदूषण
28 अक्टूबर 192 से 234
29 अक्टूबर 218 से 502
30 अक्टूबर 457 से 603
31 अक्टूबर 195 से 262
1 नवंबर 117 से 207
आसमान में वायु प्रदूषण की मोटी परत देखने को मिल सकती है
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अतिरिक्त निदेशक डॉ. दीपांकर साहा ने कहा कि वायु प्रदूषण की मोटाई में तापमान और नमी बहुत मायने रखती है। सूखी हवा से गति कम होने पर भी इस बार अभी ऐसी स्थिति नहीं बनी। धनतेरस पर भी ध्वनि और वायु प्रदूषण गंभीर नहीं रहा, लेकिन हवा की दिशा बदलने से अगले कुछ दिनों में आसमान में वायु प्रदूषण की भी मोटी परत देखने को मिल सकती है।
बुधवार को विभिन्न क्षेत्रों में रिकॉर्ड किया गया प्रदूषण इंडेक्स
धीरपुर 276
पीतम पुरा 328
दिल्ली विवि. 337
पूसा 283
लोधी रोड 303
नोएडा 315
मथुरा रोड 330
एयरपोर्ट 303
आया नगर 286
गुरुग्राम 293
News Source: jagran.com