प्रभारी स्वास्थ्य सचिव डॉ.आर राजेश कुमार ने डॉ.दिनेश चंद्र सेमवाल की सेवा की समाप्त
देहरादून। सीएचसी में नशे की हालत में ड्यूटी पर तैनात चिकित्साधिकारी बर्खास्त, सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत सीएचसी रायपुर में डॉ. दिनेश चंद्र सेमवाल को संविदा पर चिकित्साधिकारी के पद पर तैनात किया गया था। ३० अक्तूबर को उन पर सीएचसी में ड्यूटी के दौरान नशे की हालत में होने के आरोप लगे थे। इसकी एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रायपुर में संविदा पर तैनात चिकित्साधिकारी डॉ. दिनेश चंद्र सेमवाल को नशे की हालत में ड्यूूटी करने पर बर्खास्त कर दिया गया है। सोमवार को सचिव स्वास्थ्य डॉ. आर. राजेश कुमार ने बर्खास्तगी के आदेश जारी किए हैं।राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत सीएचसी रायपुर में डॉ. दिनेश चंद्र सेमवाल को संविदा पर चिकित्साधिकारी के पद पर तैनात किया गया था। ३० अक्तूबर को उन पर सीएचसी में ड्यूटी के दौरान नशे की हालत में होने के आरोप लगे थे। इसकी एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी। मामले में बताया गया था कि सीएचसी में रात को ड्यूटी पर तैनात दूसरे डॉक्टर ने एक मरीज को इमरजेंसी में भर्ती किया था। अगले दिन रविवार को सुबह डॉ. दिनेश चंद्र सेमवाल ड्यूटी पर थे। मरीज के परिजन डॉक्टर सेमवाल के पास गए और उन्होंने अपने मरीज के बारे में जानकारी चाही। इस पर डॉक्टर और परिजनों में बहस होने लगी। परिजनों का कहना था कि डॉक्टर ने शराब पी रखी थी, उन्होंने मोबाइल से इसकी वीडियो भी बना ली। वायरल वीडियो में डॉ. सेमवाल यह कहते हुए सुनाई दे रहे हैं कि रात को ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर मरीज को गलत भर्ती किया। यह बड़ा अस्पताल नहीं है। मरीज को किसी बड़े अस्पताल में रेफर किया जाना चाहिए था। इसके साथ ही वह रात को तैनात डॉक्टर के बारे में अभद्र भाषा का भी इस्तेमाल कर रहे हैं। इस संबंध में सीएचसी के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. प्रताप सिंह पंवार ने मुख्य चिकित्साधिकारी समेत अन्य अधिकारियों को भी रिपोर्ट भेजी थी। सचिव स्वास्थ्य ने मामले को संज्ञान में लेते हुए चिकित्साधिकारी को बर्खास्त करने के आदेश जारी किए। ड्यूटी के दौरान डॉक्टरों का इस तरह का व्यवहार कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। ऐसे डॉक्टरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। सीएचसी रायपुर में तैनात चिकित्साधिकारी डॉ. सेमवाल नशे की हालत में थे। इसकी वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी, जिसके बाद कार्रवाई की गई।
– डॉ. आर. राजेश कुमार, प्रभारी सचिव स्वास्थ्य