आईआईटी रुड़की ने डेटा साइंस और मशीन लर्निंग में पीजी सर्टिफिकेट लॉन्च करने के लिए टीएसडब्ल्यू के साथ सहयोग किया

रुड़की।  भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी), रुड़की ने टीएसडब्ल्यू के साथ भागीदारी करते हुए डेटा साइंस एंड मशीन लर्निंग में पोस्ट ग्रेजुएट सर्टिफिकेट प्रोग्राम लॉन्च किया है। टीएसडब्ल्यू, टाइम्स प्रोफेशनल लर्निंग (टाइम्स ऑफ इंडिया समूह का एक हिस्सा) का एग्जीक्यूटिव एजुकेशन डिवीज़न है। यह प्रोग्राम शिक्षाविदों और उद्योग जगत के विशेषज्ञों के ज्ञान के आधार पर विशेष रूप कामकाजी पेशेवरों के लिए डिज़ाइन किया गया है, जो काम और अभ्यास के बीच सही संतुलन स्थापित करेगा।

“डेटा साइंस और मशीन लर्निंग का प्रयोग नए क्षेत्रों में तेजी से हो रहा है और यह काफी उपयोगी साबित हो रहा है। निकट भविष्य में इसके विभिन्न व्यवसायों और उद्योगों के लिए एक आवश्यक कौशल बनने की संभावना है। शैक्षणिक संस्थानों को एक बड़े क्षमता निर्माण के लिए आगे आने की आवश्यकता है, यह उद्योगों की जरूरतों को पूरा करने के लिए जरूरी है। कोविड-19 महामारी से उत्पन्न स्थिति के दौरान हमने देखा कि ऐसे कार्यक्रमों को प्रभावी ढंग से ऑनलाइन वितरित किया जा सकता है बशर्ते कि कार्यक्रम लंबी अवधि के लिए हो। टीएसडब्ल्यू के साथ ग्यारह महीने के सर्टिफिकेट प्रोग्राम  के लिए हमारी साझेदारी इस लक्ष्य को हासिल करने में सहायक होगी, ”प्रो. अजीत के. चतुर्वेदी, निदेशक, आईआईटी रुड़की, ने कहा।

कोर्स तीन विषयों में स्पेशलाइजेशन प्रदान करता है:

  1. कंप्यूटर विज़न एंड इमेज रिकग्निशन
  2. स्पीच रिकग्निशन

III.          डेटा इंजीनियरिंग

 इस प्रोग्राम में आईआईटी रुड़की के संकायों के साथ-साथ उद्योग जगत के विशेषज्ञों के 184 घंटे से अधिक का लाइव वर्चुअल सत्र शामिल है। इसमें लगभग 200 घंटे की सेल्फ-लर्निंग सामग्री भी होगी। 11 महीने के स्पेशलाइजेशन का यह कोर्स सीखने वाले को डेटा साइंस और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में करियर बनाने के लिए तैयार करता है। प्रोग्राम में नामांकन के लिए कोडिंग का कोई पूर्व ज्ञान आवश्यक नहीं है, हालांकि इंजीनियरिंग की डिग्री आवश्यक है। पाठ्यक्रम में दाखिला लेने के लिए, आवेदक के पास न्यूनतम 50% एग्रीगेट अंक के साथ स्नातक डिग्री और सॉफ्टवेर डोमेन में न्यूनतम 2 साल के कार्य का अनुभव आवश्यक है। आईआईटी रुड़की के पूर्व छात्रों के लिए पाठ्यक्रम शुल्क पर विशेष 15% की छूट का प्रावधान है।पाठ्यक्रम के पूरा होने पर शिक्षार्थियों को उद्योग मेंटरशिप और करियर से संबंधित सहायता भी प्रदान की जाएगी। टीएसडब्ल्यू ने विभिन्न क्षेत्रों के 250 से अधिक प्रमुख संगठनों के साथ सहयोग किया है, और पिछले कुछ वर्षों में 11,000 से अधिक छात्रों को प्रतिष्ठित संगठनों में नौकरी उपलब्ध करवायी है।कुल 10 प्रोजेक्ट्स और रियल डेटासेट के साथ छात्रों को विविध विषयों को सीखने का अवसर प्राप्त होगा, जैसे- अमेज़ॅन से डेटासेट पर आधारित एक रिकमेन्डेशन प्रणाली, एक रिव्यु वेबसाइट पर येल्प यूजर्स द्वारा अपलोड की गई ऑटो-टैगिंग तस्वीरें, गूगल ऑडियो सेट पर ऑडियो आधारित वर्गीकरण, लाइव ट्विटर फीड पर सेंटीमेंट एनालिसिस, फेफड़े के कैंसर का पता लगाने, सैटेलाइट इमेज वर्गीकरण, कोविड-19 डेटासेट एनालिसिस और चैटबॉट का उपयोग करते हुए गूगल डायलॉगफ़्लो।टाइम्स प्रोफेशनल लर्निंग के सीईओ श्री अनीश श्रीकृष्ण ने कहा, “ऐसा अनुमान है कि एआई 2035 तक 16 उद्योगों को सहयोग प्रदान कर राष्ट्रीय जीडीपी विकास दर को औसतन 1.7 प्रतिशत से बढ़ा देगा। हाल के एक रिपोर्ट के अनुसार 2035 तक, एआई प्रौद्योगिकी श्रम उत्पादकता में 40% या उससे अधिक की वृद्धि कर सकती है। इससे 12 विकसित देशों का आर्थिक विकास दोगुना हो जाएगा। ये देश इस क्षेत्र में काम करने के लिए प्रतिभाशाली और अनुभवी पेशेवरों को अपनी ओर आकर्षित करते रहेंगे। हमने आईआईटी-रुड़की के साथ डेटा साइंसेज एंड मशीन लर्निंग प्रोग्राम के लिए साझेदारी की है, जिसमें एक स्पेशलाइजेशन के साथ डीप लर्निंग और एआई पर विशिष्ट मॉड्यूल शामिल है। “गार्टनर के एक अध्ययन के अनुसार, 75% उद्यम के 2024 के अंत तक पायलट आधारित एआई के उपयोग से इसके पूर्ण संचालन की ओर जाने की संभावना है, जिससे स्ट्रीमिंग डेटा और एनालिटिक्स इन्फ्रास्ट्रक्चर में 5 गुना वृद्धि होगा। बिग डेटा भविष्य में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए तैयार है। स्वास्थ्य सेवा, सरकार, वित्त, व्यवसाय प्रबंधन जैसे क्षेत्रों में डेटा एनालिटिक्स, उत्पाद, सर्विस तथा समाज की चुनौतियों के समाधान के लिए एक कुशल कार्यबल की आवश्यकता होगी ।

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