सचिवालय में प्रवेश पर पाबंदी न हटी तो करेंगे उपवास: हरीश रावत
देहरादून । पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस महासचिव हरीश रावत ने सचिवालय में आम जनता के प्रवेश पर पाबंदी को लेकर उपवास पर बैठने की चेतावनी दी है। प्रदेश सरकार कोरोना संक्रमण बढ़ने के बावजूद शिक्षण संस्थाओं और सरकारी कार्यालयों में कामकाज और जनता की आवाजाही सुचारू कर चुकी है लेकिन सचिवालय में आम जनता के प्रवेश पर पाबंदी लगाई गई है। आम व्यक्ति भले ही अपनी जरूरत के बावजूद सचिवालय में प्रवेश नहीं कर पा रहा है, लेकिन सत्ता प्रतिष्ठान से जुड़े व्यक्तियों की आवाजाही पर रोक नहीं होने पर सचिवालय संघ से लेकर तमाम कर्मचारी संगठन आपत्ति जता चुके हैं। इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत पहले भी इंटरनेट मीडिया पर अपनी पोस्ट में सरकार को निशाने पर ले चुके हैं। अब उन्होंने मुख्य सचिव और सरकार को एक हफ्ते की मोहलत दी है। अपनी पोस्ट में हरीश रावत ने कहा कि जब सब कुछ खोल दिया गया है तो सचिवालय में प्रवेश पर प्रतिबंध रखना उचित नहीं है। इससे आम जनता को परेशानी उठानी पड़ रही है। उन्होंने कहा कि यदि हफ्ते के आखिर तक सचिवालय को आम जनता के लिए खोला नहीं गया तो वह उपवास पर बैठेंगे।राज्यपाल बेबी रानी मौर्य और मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने नए संसद भवन के शिलान्यास पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व सभी संसद सदस्यों को शुभकामनाएं दी हैं। राज्यपाल व मुख्यमंत्री ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये शिलान्यास कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने कहा कि नया संसद भवन नए भारत की शक्ति, समृद्धि और प्रगति का सूचक है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि लोकतंत्र का यह मंदिर भारत की महान संवैधानिक परंपराओं को और अधिक मजबूत करेगा। विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद्र अग्रवाल ने कहा कि नए संसद भवन का निर्माण हमारे आत्मसम्मान तथा मजबूत भारत के राष्ट्रीय गौरव का प्रतीक होगा।