कांग्रेस का रंगीला दाव कितना कामयाब होगा
नयी दिल्ली। हिंदी सिनेमा की ‘छम्मा छम्मा’ गर्ल उर्मिला मातोंडकर को शायद लगा था कि आशा भोंसले के अलबम के लिए गीत गाने के बाद उन्होंने एक्टिंग, डांसिंग और सिंगिंग का अपना चक्र पूरा कर लिया है, लेकिन कौन जानता था कि कांग्रेस पार्टी चुनावी राजनीति में उनके लिए एक नयी भूमिका गढ़ रही है। उर्मिला को कांग्रेस ने मुंबई उत्तर से पार्टी का प्रत्याशी बनाकर रूपहले पर्दे की स्वप्निल दुनिया से राजनीति की कांटों भरी डगर पर निकले लोगों की कतार में शामिल कर दिया। उनका इस क्षेत्र से भाजपा के मौजूदा सांसद गोपाल शेट्टी से मुकाबला होगा। उर्मिला मातोंडकर को हिंदी फिल्मों की बहुआयामी अभिनेत्री के तौर पर देखा जाता है। वह शेखर कपूर की फिल्म मासूम में नसीरूद्दीन शाह, शबाना आजमी और सईद जाफरी जैसे बेहतरीन अदाकारों की मौजूदगी के बावजूद अपनी उपस्थिति दर्ज कराने में कामयाब रहीं और लोगों को उनकी मासूम अदाओं में भविष्य की उम्मीदें नजर आईं। हालांकि उर्मिला ने फिल्म कलयुग में बाल कलाकार के रूप में अपने अभिनय जीवन की शुरूआत की थी।इसके बाद उर्मिला ने फिल्म ‘नरसिम्हा’ में अभिनय किया और फिर आई रंगीला फ़िल्म में उनके अभिनय को देखकर लोगों ने उन्हें बोल्ड और हॉट अभिनेत्री का तमगा दे डाला, लेकिन जब वह पिंजर, बनारस, सत्या और मैंने गाँधी को नहीं मारा जैसे फ़िल्मों में दिखाई दीं तो लोगों ने उन्हें विशेष सिनेमा की अभिनेत्री कहना शुरू कर दिया था। अपने लंबे फिल्मी सफर के दौरान उन्होंने भूत, नैना और कौन जैसी डरावनी फिल्मों में मनोरोगी की भूमिकाओं में अपने सशक्त अभिनय से जान डाल दी और लोगों को उनकी अभिनय प्रतिभा पर कोई संदेह नहीं रहा। 90 के दशक की शीर्ष अभिनेत्रियों में शुमार उर्मिला ने हिंदी के अलावा मलयालम, मराठी, तमिल और तेलुगु फिल्मों में भी काम किया है। उर्मिला मातोंडकर का जन्म 4 फरवरी 1974 को मुंबई में हुआ था। उनके पिता का नाम शिविंदर सिंह और मां का नाम रुख्साना सुल्तान है।