विधायक दल के नेता पद पर हुड्डा खेमे ने छोड़ी दावेदारी
चंडीगढ़ । हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए पार्टी में घमासान मचा हुआ है। अध्यक्ष पद कब्जाने के लिए हुड्डा खेमे ने विधायक दल के नेता पद पर भी अपनी दावेदारी छोड़ दी है। हुड्डा समर्थक विधायकों ने कांग्रेस हाईकमान से साफ कह दिया कि विधायक दल का नेता भले ही किसी को भी बना दिया जाए, लेकिन प्रदेश अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा को ही सौंपी जाए।
कांग्रेस हाईकमान हुड्डा समर्थक विधायकों के इस सुझाव पर गंभीरता से विचार कर रहा है। विधायकों ने हाईकमान के समक्ष पंजाब का उदाहरण पेश किया। दलील दी जा रही कि जिस तरह से पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को प्रधान पद की जिम्मेदारी सौंपी गई और पार्टी ने मजबूती हासिल की, उसी तरह भूपेंद्र सिंह हुड्डा को लेकर हरियाणा में भी प्रयोग किया जाना चाहिए।
प्रदेश में कांग्रेस के 17 विधायक हैैं। कांग्रेस विधायक दल की नेता किरण चौधरी सहित चार विधायकों को छोड़ दिया जाए तो बाकी 13 विधायक हुड्डा खेमे के हैैं। यदि अध्यक्ष हुड्डा होते हैं तो इन विधायकों को इस बात का कोई खास फर्क नहीं पड़ने वाला है। कांग्रेस हाईकमान ने सभी खेमों को साथ लेकर चलने की रणनीति के तहत सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा को अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी सौंपने का प्रस्ताव दिया, लेकिन हुड्डा खेमे के कुछ विधायक इस पर राजी नहीं हुए।
इन विधायकों ने दलील दी कि यदि दीपेंद्र को अध्यक्ष पद दे दिया गया तो राजनीतिक गलियारों में यह संदेश जा सकता है कि हाईकमान ने पूर्व मुख्यमंत्री को स्वीकार नहीं किया। हाईकमान के इस फैसले से हुड्डा विरोधी खेमे को भी हवा मिल सकती है। लिहाजा हुड्डा से जुड़े विधायकों ने उन्हें ही प्रदेश की बागडोर सौंपने का दबाव बनाया हुआ है।
हुड्डा खेमे से अलहदा कांग्रेस मीडिया विभाग के चेयरमैन रणदीप सिंह सुरजेवाला, राज्यसभा सदस्य कुमारी सैलजा, कांग्रेस नेता कुलदीप बिश्नोई और कैप्टन अजय सिंह यादव के नाम भी प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए चर्चा में हैैं। मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष अशोक तंवर भी अपनी कुर्सी को बरकरार रखने के लिए लाबिंग में जुटे हैैं। कांग्रेस विधायक दल के नेता के रूप में हुड्डा खेमे ने कुलदीप शर्मा और गीता भुक्कल के नाम उछाले हैैं, लेकिन इसे मुद्दा नहीं बनाया जाएगा।
News Source: jagran.com