चमोली में ग्लेशियर टूटने के बाद चार जिलों में हाई अलर्ट
देहरादून, । चमोली में ग्लेशियर टूटने के बाद से अधिकारियों द्वारा उत्तराखंड आपदा कंट्रोल रूम में लगातार अपडेट लिया जा रहा है। अधिकारियों द्वारा लोगों के बचाव को लेकर प्रदेशभर में निर्देश दिए गए। कंट्रोल रूम में मौजूद डीआईजी अलीम अग्रवाल ने बताया कि अभी लॉन्च किए गए दो प्रोजेक्ट को नुकसान हुआ है, जिसमें अभी कितनी कैजुअल्टी हुई है यह बताना मुश्किल है। उन्होंने बताया कि इन दोनों प्रोजेक्ट में तकरीबन डेढ़ सौ लोग काम कर रहे हैं। जिन को नुकसान पहुंचने की आशंका है।
उत्तराखंड आपदा प्रबंधन विभाग के अधिकारियों के अनुसार जो बांध क्षतिग्रस्त हुआ है, उसकी क्षमता 4 मिलियन क्यूबिक मीटर से ज्यादा नहीं है। जिससे जल का प्रभाव घाटी से नीचे आने पर सामान्य हो जाएगा। उत्तराखंड आपदा प्रबंधन के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर पीयूष रौतेला ने बताया कि यह 10-40 के आसपास देखना होगा पानी का बहाव। इसके अलावा प्रदेश के चार जिलों में अलर्ट जारी कर दिया गया है। जिसमें पौड़ी, टिहरी, देहरादून और हरिद्वार शामिल है। साथ ही प्रशासन द्वारा नदियों के किनारे मौजूद लोगों को हटाने का काम भी कियाि है। इसके अलावा आपदा कंट्रोल रूम में मौजूद मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार रमेश भट्ट ने बताया कि अभी सभी हालातों पर अपडेट लिया जा रहा है। सभी जगह पर बचाव और रेस्क्यू के लिए टीमें लगी हुई है। साथ ही उन्होंने प्रदेशवासियों से अपील की है कि किसी भी तरह की पुरानी फोटो और तस्वीर को फैला कर पैनिक न फैलाएं। उन्होंने बताया कि आपदा कंट्रोल रूम एसडीआरएफ लगातार बचाव और रेस्क्यू में लगे हुए हैं। साथ ही रमेश ने बताया कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया।