हेमवती नंदन बहुगुणा ने संघर्ष करते हुए स्थापित किये वैचारिक कीर्तिमानः करन माहरा
देहरादून, । देश के महान नेता पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं अविभाजित उत्तर प्रदेष के पूर्व मुख्यमंत्री स्व0 हेमवती नन्दन बहुगुणा के 100वें जन्म दिवस के अवसर पर प्रदेष कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा, नेता प्रतिपक्ष यषपाल आर्य के नेतष्त्व में कांग्रेसजनों ने आज घंटाघर स्थित स्व0 हेमवती नन्दन बहुगुणा की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें अपने श्रद्धासुमन अर्पित किये।इस अवसर पर प्रदेष कंाग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि गढ़वाल के एक छोटे से गांव बुधाणी में सामान्य परिवार में जन्मे हेमवती नन्दन बहुगुणा ने जिस प्रकार से गढ़वाल से इलाहाबाद तक की षैक्षणिक यात्रा, छात्र राजनीति, स्वतंत्रता संग्राम और फिर देष की आजादी के बाद उत्तर प्रदेष के विधायक से लेकर उत्तर प्रदेष के मुख्यमंत्री, भारत सरकार के संचार मंत्री से लेकर वित्त मंत्री और लम्बे समय तक विपक्ष के नेता के रूप में देष को नेतृत्व दिया और जीवनभर जिस विचारधारा पर चले तथा कभी उन पर समझौता नहीं किया उससे उन्होंने देष की भावी पीढ़ियों को धर्मनिरपेक्षता की ठोस विचारधारा विरासत में दी और देष में वैचारिक कीर्तिमान स्थिापित किये।नेता प्रतिपक्ष यषपाल आर्य ने कहा कि हेमवती नन्दन बहुगुणा व्यक्ति नहीं बल्कि विचाधारा थे। बहुगुणा जी ने अपने पूरे जीवन में कभी सिद्धांतों एवं विचारधारा की कीमत पर समझौता नहीं किया। उन्होंने हमेषा कहा कि ‘हिमालय टूट सकता है पर झुक नहीं सकता’। उन्होंने ने कहा कि बहुगुणा जी के ऊपर अंग्रेज सरकार ने स्वतंत्रता संग्राम के दौरान दस हजार जिन्दा या मुर्दा इनाम रखा था और जब वे गिरफ्तार हुए तो माफी मांगने की षर्त पर अंग्रेज सरकार ने उनको छोडने की पेषकष उनके पिता के माध्यम से की थी किन्तु बहुगुणा जी ने माफी मांगने से साफ मना कर दिया था।इस अवसर पर प्रदेष महामंत्री विजय सारस्वत, प्रदेष महामंत्री मथुरादत्त जोषी, राजेन्द्र सिंह भण्डारी, सुरेन्द्र रांगड़, पूर्व मंत्री अजय सिंह, प्रदेष प्रवक्ता गरिमा दसौनी, राकेष नेगी, प्रदेष महिला अध्यक्ष ज्योति रौतेला, मोन्टू नेगी आदि कांग्रेसजन उपस्थित थे।