स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार के कामकाज की मिसाल है “बेमिसाल”
देहरादून ।उत्तराखंड राज्य में अपने कामकाज, ईमानदारी तथा कर्तव्यनिष्ठा वाली कार्यशैली अक्सर सभी आईएएस अफसरों में देखने को नहीं मिलती है । लेकिन उत्तराखंड शासन में बैठे कई ऐसे अफसर भी है, जिनकी कार्यशैली न सिर्फ मौजूदा धामी सरकार की बेहतर कार्यशैली के साथ कदम से कदम मिलाकर कामकाज को अंजाम दे रही है बल्कि एक मिसाल भी बेमिसाल बनाने की दिशा में अपने कदम आगे बढ़ा रही है । ऐसे ही एक आईएएस अफसर डॉ. आर. राजेश कुमार का नाम पिछले काफी समय से सुर्ख़ियों में है । उत्तराखंड शासन में बैठे यह आईएएस अधिकारी डॉ. आर. राजेश कुमार अपने कामकाज की कार्यशैली से वास्तव में ईमानदारी तथा कर्तव्य निष्ठा के पथ पर चलते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के खासम-खास अफसर बने हुए हैं । डॉ. आर. राजेश कुमार पूर्व में जिलाधिकारी, देहरादून रह चुके हैं और वर्तमान में प्रदेश के सचिव स्वास्थ्य की कुर्सी पर बैठकर अपनी कार्यशैली से सरकार एवं आम जनमानस में अपने संतोषजनक एवं बेहतर से बेहतर कार्यों को लेकर पैठ बना चुके हैं, बल्कि संबंधित स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों में भी विभागीय कार्यों को लेकर पूर्ण अनुशासन तथा कार्य समय पर करने की लगन को लेकर लोकप्रिय चले आ रहे हैं । उन्होंने कई अहम बैठकों के जरिए जहां विभाग के अधिकारियों तथा कर्मचारियों में अनुशासन के तहत कार्य करने के दिशा निर्देश देकर संतोषजनक कार्यों को कराने में सफलताएं हासिल की है, तो वहीं स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने एक वरिष्ठ आईएएस अधिकारी होने के नाते अपना अनुशासनात्मक कद भी ऊंचा किया है । यही कारण है कि आज उनके कामकाज की कार्यशैली काफी लोकप्रिय हो चली है ।