उत्तरांचल एसोसिएशन ऑफ नॉर्थ अमेरिका द्वारा उत्तराखंड के 300 से अधिक गांवों में स्वास्थ्य जागरूकता अभियान…
प्रजा दत्त डबराल । देहरादून उत्तराखंड
कोरोना वायरस ने पूरे विश्व में अपने पैर जमा दिए हैं। भारत में कोरोना के नए मरीजों के सामने आने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। कारोना महामारी जिसका अभी तक कोई इलाज नहीं मिल पाया है। 24 मार्च 2020 को पूरे देश में लॉकडाउन घोषित कर दिया गया था। परंतु कोरोना भारत में दिन प्रतिदिन बहुत तेजी से बढ़ रहे हैं। उत्तराखंड मे भी इस वायरस नें अपना आतंक मचाया हुआ है। उत्तराखंड में रिवर्स माइग्रेशन के चलते Covid 19 के केस बहुत तेजी से बड़ रहे है।आपको बता दें सात समुंदर पार एक संस्था उत्तरांचल एसोसिएशन ऑफ नॉर्थ अमेरिका (UANA) जो जन कल्याण और धर्मार्थ उद्देश्य के लिए के लिए कार्य करती है,संस्था 1998 में वर्चस्व में आई, जिसका मुख्यालय फेयरफैक्स, वर्जीनिया,नॉर्थ अमेरिका में स्थित है। रमेश पटवाल (चेयरपर्सन,UANA ) ने हमारे संवाददाता को बताया कि ,हमारी सस्था 2011 से शिक्षा और कृषि के क्षेत्र में उत्तराखंड के सभी जिलों में सामाजिक कार्य रही है। कोरोना महामारी को भापते हुए UANA के द्वारा मई के महीने से स्वास्थ्य जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इसके अंतर्गत सस्था द्वारा उत्तराखंड के लगभग सभी जिलों के 300 से अधिक गांवों में सुरक्षा किट का वितरण किया गया। इस किट में परिवार के प्रत्येक सदस्य के लिए मास्क 1 साबुन एवं Covid 19 से बचने के लिए पोस्टर और पंपलेट के द्वारा संदेश भी दिए गए है
लॉकडाउन और लॉजिस्टिक चुनौतियों के बावजूद UANA ने अपनी सहयोगी संस्थाओं एवं कॉर्डिनेटरस के द्वारा जागरूकता अभियान चलाया । उत्तराखंड के लगभग 300 से अधिक गांवों में 14000 मास्क वितरित किए गए,कुछ गांवों के स्कूल में जरूरत के अनुसार पानी की टंकियां लगाई गई। जिससे इन कोरनटाइन सेंटर में रह रहे लोगों को पानी उपलब्ध हो पाया। इसके साथ साथ फ्रंटलाइन कोरोना वारियर तथा कोरनटाइन सेंटर में रह रहे लोगों को मास्क और साबुन वितरित किए गए। इस अभियान की एक खास बात यह रही कि मास्क बनाने का कार्य लोकल टेलर और गांव की महिलाओं के द्वारा किया गया जिससे कि इस लॉकडाउन के दौरान उनकी आर्थिक स्थिति में भी मदद मिल सके । कुछ जगहों पर मजदूरों के लिए रोटी बैंक भी स्थापित किए गए। राशन और मास्क बांटते वक्त संस्था के कार्यकर्ता ,सोशल डिस्टन्सिंग का भी पूरा ध्यान रख रहे थे।इस मिशन मे अजय अधिकारी,रमेश पटवाल, विजय सिंह, सुषमा सी ठाकुर, गीता खंडूरी,रुनझुन सकलानी,अखिलेश श्रीवास्तव,विजय तुली और अजय कारगी ने आर्थिक सहयोग दिया।
इस नेक कार्य में कई संस्थाओं ,वचनस्युं नव निर्माण संस्था मुंबई ,भलु लगद – फीलगुड संस्था पौड़ी, करण सिंह बोहरा स्मृति सरस्वती विद्यालय बेतालघाट, डी आर सी प्रोजेक्ट सेवा टीएचडीसी ,युथ सोसाइटी डीडीहाट ,हिवल घाटी विकास समिति डबरालस्युं और साई कौशल विकास केंद्र साईं धाम सल्ट अल्मोड़ा संस्थाओं ने भी अपना योगदान दिया। रमेश पटवाल (चेयरपर्सन,UANA) ने अपनी टीम (कोऑर्डिनेटरस) प्रियंका आर्या ,किरण पांडे,उत्तम सिंह चौधरी ,भैरव सत्यवली, कैलाश टमटा ,सुरेश चंद्र बिष्ट,सूरी पटवाल ,राकेश पटवाल, सुधीर जोशी ,मनोज डबराल ,सुधीर सुंद्रियाल, दुष्यंत पागती,अखिलेश गोदियाल एवं सुभाष डबराल का बहुत धन्यवाद किया और कहा कि इन सब के बिना यह कार्य संभव नहीं था।