रेयान मामला: बैकफुट पर हरियाणा सरकार, CM खट्टर CBI जांच को राजी
गुरुग्राम । रेयन इंटरनेशनल स्कूल में बच्चे की हत्या के मामले में हरियाणा सरकार अब बैकफुट पर नजर आ रही है। राज्य सरकार प्रद्युम्न हत्याकांड की जांच सीबीआइ से कराने को तैयार है। प्रद्युम्न के परिजनों की लगातार सीबीआइ जांच की मांग के बाद हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि अगर परिवार चाहे तो वह इस मामले की सीबीआइ जांच कराने को राजी हैं।
सीएम मनोहर लाल ने हत्या के बाद पहली बार प्रद्युम्न के पिता से फोन पर बात की। मुख्यमंत्री ने उन्हें भरोसा दिलाया कि उनके साथ पूर्ण न्याय होगा। स्कूल प्रबंधन लगातार मुश्किलों में फंसता जा रहा है।
Haryana CM Manohar Lal Khattar spoke to Varun Thakur, father of #Pradyuman, today, assuring him of a CBI investigation
— ANI (@ANI) September 11, 2017
सरकार का बदला रुख
हालांकि, रविवार को हरियाणा के शिक्षा मंत्री राम विलास शर्मा ने सीबीआइ जांच की मांग को सिरे से खारिज कर दिया था। लेकिन परिजनों द्वारा लगातार सीबीआइ जांच की मांग को देखते हुए हरियाणा सरकार बैकफूट पर आ गई।
सक्रिय हुई गुरुग्राम पुलिस
पुलिस ने स्कूल संचालक व प्रबंधन के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। इस बाबत स्कूल के तीन कर्मचारियों से पूछताछ के लिए बुलाया गया है। रेयान प्रबंधन के दो कर्मचारियों को एसआइटी टीम ने गिरफ्तार किया है। इस बीच हरियाणा सरकार ने साफ कर दिया है दोषी पाए गए लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
बता दें कि भोंडसी स्थित रेयान इंटरनेशनल स्कूल में शुक्रवार सुबह सात वर्षीय छात्र प्रद्युम्न ठाकुर की चाकू से गला रेत हत्या कर दी गई थी। बच्चे के पिता उसे स्कूल के गेट पर सुबह सात बजकर पचास मिनट में छोड़कर गए थे। बीस मिनट बाद ही उनके पास फोन आया कि बच्चा बाथरूम में गिर गया है। पिता अस्पताल पहुंचे तो बच्चा मृत मिला था।
आरोपी कंडक्टर गिरफ्तार
दूसरी कक्षा में पढऩे वाले मासूम का कत्ल चाकू से गला रेतकर बाथरूम में किया गया था। पुलिस ने देर रात नाटकीय अंदाज में स्कूल बस के हेल्पर अशोक को गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस की इस कार्रवाई पर बच्चे के माता-पिता ने सवाल उठाए थे।
दोनों सीबीआइ से जांच कराने की मांग कर रखी है। उनका कहना है कि बच्चे के साजिश के तहत मारा गया। हेल्पर को केवल मोहरा बनाया गया है। इस मांग को लेकर प्रदर्शन भी हो रहे हैं। मांग हो रही थी मामले में लीपापोती करने वाले स्कूल प्रबंधन के खिलाफ मामला दर्ज हो।
कोई भी पुलिस अधिकारी प्रबंधन का नाम लेने से बच रहा था। मगर जब दबाव बना तो पुलिस ने स्कूल संचालक और प्रबंधन के खिलाफ रविवार दोपहर मामला दर्ज कर लिया। थाना प्रभारी भोंडसी नरेंद्र खटाना ने बताया पहली एफआइआर के साथ नए आरोप पत्र को जोड़ा गया है।