हरक सिंह रावत जोश में बिसरा गए होश
देहरादून । हरक सिंह रावत, सरकार के सबसे मुखर मंत्री। वाकपटु हैं, मगर कई दफा इसके कारण लेने के देने पड़ जाते हैं। मंत्रीजी को भी कुछ ऐसा ही तजुर्बा हुआ। दरअसल, मौका था हरेला का। हरेला, यानी हरियाली, इस पर्व को उत्तराखंड में खास तौर पर पौधारोपण को प्रोत्साहन देने के लिए मनाया जाता है। मंत्रीजी कार्यक्रम में पहुंचे, पौधारोपण किया और फिर नंबर आया भाषण का। आदतन, सिस्टम को गरियाना शुरू किया। जोश में बिसरा गए कि सूबे की भाजपा सरकार के कैबिनेट मिनिस्टर हैं। पहुंच गए केंद्र की महत्वाकांक्षी नमामि गंगे परियोजना पर। बोले, जो करोड़ों-अरबों खर्च कर कई दशकों में नहीं हो पाया, तीन-चार महीने के लॉकडाउन ने फ्री में कर दिखाया। वैसे यह सच भी है कि गंगा जितनी निर्मल इन दिनों है, वैसे तीन दशकों में कभी नहीं रही। खैर, किसी ने इशारा किया तो मंत्रीजी ठनके, संभले और साफ किया कि उनका आशय क्या था।