आखिर खुल ही गया चोटी काटने का रहस्य, पब्लिक के साथ पुलिस भी हैरान
नई दिल्ली । ‘रहस्यमयी’ तरीके से महिलाओं की चोटी कटने की घटना दिन पर दिन तूल पकड़ती जा रही है, वहीं इस रहस्य पर से धीरे-धीरे पर्दा उठना भी शुरू हो गया है। दिल्ली-एनसीआर में जो अब नए मामले सामने आ रहे हैं उससे तो यही लगता है कि लोग पब्लिसिटी, नादानी और अति अात्मविश्वास में अपनी या फिर दूसरों की चोटी काट रहे हैं। दिल्ली से नोएडा और गाजियाबाद में तीन ऐसे मामले सामने आए हैं, जिनसे साफ प्रतीत हो रहा है कि चोटी जानबूझकर काटी जा रही है।
पहला मामला- लालच में महिला ने खुद काट ली चोटी
गाजियाबाद के मुरादनगर के एक गांव में रविवार को एक महिला ने मुआवजा मिलने के लालच में अपनी चोटी काट ली। महिला को एक रिश्तेदार ने बताया था कि चोटी करने पर सरकार मुआवजा दे रही है। पुलिस द्वारा पूछताछ करने पर करने पर महिला ने इस बात को स्वीकार किया है।
शनिवार को एक गांव निवासी महिला की अचानक चोटी कट गई। चोटी कटने की सूचना गांव में तेजी फैल गई। महिला के घर पर लोगों का तांता लगना शुरू हो गया।
कॉलोनी के अन्य लोगों में भी चोटी कटने का डर व्याप्त हो गया। मामले की सूचना पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने महिला से सख्ती से पूछताछ को तो उसने चोटी कटने का सच उगल दिया।
महिला ने बताया कि उसके ससुर को एक रिश्तेदार ने बताया था कि चोटी कटने पर सरकार दो लाख का मुआवजा दे रही है। इसके बाद ससुर के कहने पर उसने अपनी चोटी काट दी। थाना प्रभारी रणवीर सिंह ने बताया कि चोटी कटना अफवाह है। इस मामले की उन्हें जानकारी नहीं है।
दूसरा मामलाः दादी की चोटी काट डाली, बोला पब्लिसिटी पाना चाहता था
दिल्ली से महज 26 किलोमीटर दूर ग्रेटर नोएडा में चोटी काटने का अजब मामला सामने आया है। यहां पर दयानतपुर में पोते ने अपनी दादी की चोटी इसलिए काट डाली,क्योंकि वह पब्लिसिटी पाना चाहता था। पोते की उम्र महज 11 साल है। वहीं, पुलिस ने चेतावनी देकर उसे छोड़ दिया।
यूं हुई घटना
दयानतपुर में रविवार दोपहर पुष्पा नाम की महिला की चोटी कटने की खबर फैली। आरोप है कि सोते समय अचानक पुष्पा की कोई चोटी काट कर ले गया। जांच के दौरान पुलिस ने महिला पुष्पा ने पुलिस को बता दिया कि उसके जेठ के 11 साल के पोते ने चोटी काटी है।
तीसरा मामलाः परिजनों ने नहीं कराए बाल छोटे तो काट दी चोटी
परिजनों द्वारा बाल छोटे कराने से इंकार करने पर अफवाह का फायदा उठाते हुए किशोरी ने खुद ही अपनी चोटी काट ली। घटना के एक दिन बाद ही किशोरी ने चोटी कटने का सच उगल दिया। किशोरी छोटे बाल रखना चाहती थी, जबकि परिजन छोटे बाल रखने का विरोध कर रहे थे।
एक कॉलोनी निवासी 16 वर्षीय किशोरी निकट के एक मदरसे में दीनयात की तालीम हासिल कर रही है। किशोरी अपने परिजनों से छोटे बाल रखने की जिद कर रही थी।
परिजन बाल कटवाने के खिलाफ थे। परिजनों द्वारा किशोरी को हमेशा सिर पर चुन्नी रखने की हिदायत दी जाती थी। लेकिन, किशोरी की तमन्ना थी कि वह छोटी बाल रखकर उन्हें खुले रखे।
शहर में चोटी कटने की अफवाह तेजी फैल रही है। अफवाह का लाभ उठाकर किशोरी ने शनिवार को कैंची से अपनी चोटी काट दी। इसके बाद किशोरी ने परिजनों को बताया कि सिर में दर्द होने के बाद अचानक उसकी चोटी कट गई। परिजनों ने एक मौलवी को बुलाकर किशोरी को झाड़फूंक करवा दिया।
मौलवी आगे से परिवार में किसी की भी चोटी नहीं कटने का आश्वासन देकर चला गया। परिजनों ने चोटी कटने को ज्यादा तूल नहीं दिया। जब रविवार को किशोरी मदरसे में पढ़ने के लिए गई तो उसकी सहेलियों ने बाल छोटे कराने के बारे में पूछा।
इस दौरान किशोरी ने बाल छोटे कराने की पीछे की पूरी कहानी बयां कर दी। यही बात एक सहेली ने किशोरी के परिजनों को जाकर बता दी।
जब परिजनों ने यह पता चला कि उनकी बेटी ने अफवाह का फायदा उठाकर बाल छोटे कराने के लिए अपनी चोटी खुद ही काटी है तो वह गुस्से में लाल हो गए। परिजनों इस संबंध में किशोरी से पूछताछ की तो उसने सच उगल दिया।