मणिशंकर अय्यर ही नहीं इन नेताओं के बयान भी बीजेपी को पहुंचा चुके हैं फायदा
नई दिल्ली: गुजरात विधानसभा चुनाव में बीजेपी को छका रही कांग्रेस ने ऐसा लग रहा है कि बड़ी गलती कर दी है. मणिशंकर अय्यर को ‘नीच’ वाले बयान को लेकर कांग्रेस ने भले ही उनको प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर भरपाई की कोशिश की है लेकिन पीएम मोदी सहित पूरी बीजेपी ने इसको मुद्दा बना दिया है. ऐसा लगा रहा है टी-20 मैच की तरह अब बीजेपी फ्रंटफुट पर आकर खेल रही है तो वहीं कांग्रेस बचाव की मुद्रा में है. लेकिन ऐसा पहली बार नहीं है कि कांग्रेस नेताओं के बयानों ने बीजेपी को फायदा पहुंचाया हो. पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी से लेकर प्रियंका गांधी और मणिशंकर अय्यर तो दो-दो बार यह गलती कर चुके हैं.
क्या था सोनिया गांधी का बयान
2007 के गुजरात विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस बीजेपी को टक्कर देते दिखाई रही थी लेकिन दंगों के लेकर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने नरेंद्र मोदी को ‘खून का सौदागर’ कह डाला. बीजेपी ने इसे भावनात्मक मुद्दा बना दिया और नतीजा यह रहा है कि उस समय ‘हिंदुत्व’ के रथ में सवार बीजेपी ने कांग्रेस को बुरी तरह रौंद डाला.
प्रियंका गांधी का ‘वो’ बयान
2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के लिए चुनाव प्रचार में उतरी प्रियंका गांधी ने कह दिया कि मोदी उनके शहीद का पिता अपमान किया है. यह नीच की राजनीति है. इसके तुरंत बाद नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा कि प्रियंका गांधी ने उनका अपमान किया है क्योंकि वह पिछड़ी जाति से हैं. इसके बाद उन्होंने इस बात रैली में भी किया.
मणिशकंर अय्यर का ‘चाय वाला’ बयान
2014 के लोकसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने नरेंद्र मोदी को ‘चाय वाला’ कह डाला था इस बयान का कांग्रेस ने बहुत नुकसान उठाया था.
राहुल गांधी ने पहले ही दी थी हिदायत
गुजरात विधानसभा चुनाव को लेकर राहुल गांधी ने पहले ही कोई भी बयान संभल देने की हिदायत दी थी. उन्होंने साफ कहा था कि कोई भी पीएम मोदी पर व्यक्तिगत टिप्पणी नहीं करेगा सिर्फ मुद्दों पर ही बात होगी.